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बीकानेर, राजकीय डूँगर महाविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से मंगलवार को वरिष्ठ साहित्यकार व डूँगर महाविद्यालय के पूर्व उपाचार्य व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मदन केवलिया का विभाग में अभिनंदन किया गया।

इस अवसर पर डॉ. मदन केवलिया ने कहा कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों के संरक्षक व मार्गदर्शक होते हैं। विद्यार्थियों के मानसिक, भावनात्मक, शैक्षणिक एवं सामाजिक विकास में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। शिक्षक अपने विद्यार्थियों की प्रतिभा को पहचानें और उन्हें उनके लक्ष्य की ओर अग्रसर करने में मदद करें। उन्होंने शिक्षकों को समय की पाबंदी, नियमित कक्षाएं लेने व निरंतर अध्ययन करते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि अनवरत संघर्ष ही व्यक्तित्व को निखारता है। डॉ. केवलिया ने महाविद्यालय से संबंधित पैंसठ वर्ष पूर्व के अनेक संस्मरण सुनाए।
हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. अन्नाराम सारस्वत ने स्वागत उद्बोधन में डॉ. केवलिया के महत्त्वपूर्ण शैक्षिक व साहित्यिक अवदान के विषय में बताया। कार्यक्रम के दौरन विभागाध्यक्ष डॉ. सारस्वत व संकाय सदस्यों ने डॉ. केवलिया का स्वागत व सम्मान किया। इस अवसर पर विभाग के संकाय सदस्य डॉ. एजाज अहमद कादरी, डॉ. मीनाक्षी चौधरी, डॉ. अनीता गोयल, डॉ. अनिल कुमार बारिया, डॉ. निर्मल कुमार रांकावत, डॉ. रमेश पुरी, डॉ. अजीत कुमार मोदी व डॉ. राजेन्द्र प्रसाद खीचड़ उपस्थित थे।
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