बीकानेर,कोचर मंदिरात एवं पंचायती ट्रस्ट के तत्वावधान में कोचरों के चौक के जैन पंच मंदिर परिसर के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ व 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव रविवार को सत्तर भेदी पूजा के बाद संपन्न हुआ। पूजा के दौरान विभिन्न राग व तर्जों पर आधारित दोहों, भक्ति गीतों के साथ श्रावक-श्राविकाओं ने स्वर मिलाएं तथा नृत्य कर परमात्मा की वंदना की।
प्रन्यास प्रवर मुनि धर्मशील विजय व मुनि पद्मशील विजय के सान्निध्य सुबह नवप्रतिष्ठित भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा के द्वार पट्ट को सुश्रावक ताराचंद, चांदमल, सूरजमल, सुन्दरलाल व सोहन लाल कोचर परिवार खोलकर सभी को दर्शन वंदन का लाभ दिलाया। ’’ अजीत नाथ शरणम् नमो जिणाण्म’’ के साथ द्वार का उद्घाटन किया गया। प्रन्यास प्रवर मुनि धर्मशील विजय ने प्रवचन में कहा कि तीर्थों में दर्शन, पूजन-वंदन करने से पुण्य का दस गुणा लाभ होता है।
विधिकारक विधिकारक नितिश भाई के नेतृत्व में स्नप्न, विलेपन, वस्त्र, गंध, पुष्पारोहण, पुष्पमाला, अंग रचना, चूर्ण, ध्वज, आभूषण, पुष्पगृह, पुष्पवर्षण पूजा, अष्ट मंगल, धूप, गीत-नृत्य, नाटक पूजा तथा वाद्यपूजा के दौरान ’’ सकल जिनंद मुनींद की पूजा सतर प्रकार, श्रावक शुद्ध भाव करें, पाये भव को पार’’ दोहों के साथ राग, श्रीराग, पीलू, सोरठ व देशी राग के साथ ताल पंजाबी ठेका, ठुमरी, दीपचंदी आदि में भजन प्रस्तुत किए। फ्रेण्डस क्लब की ओर से विधिकारक नितिन भाई का अभिनंदन किया गया। कोचर फ्रेण्डस क्लब की ओर से गौतम प्रसादी का आयोजन रखा गया।
आयोजन से जुड़़ें कोचर फ्रेण्डस क्लब के सचिव जितेन्द्र कोचर ने बताया कि सतर भेदी पूजा व तीन दिवसीय प्रतिमा प्रतिष्ठा महोत्सव में स्थानीय के साथ देश के विभिन्न इलाकों से आए श्रावक-श्राविकाओं ने श्रद्धाभाव से हिस्सा लिया। जैन पंच मंदिर परिसर में बिना माइक राम घमंड़ी मंडल की ओर से भक्ति गीतों का आयोजन रखा गया। जिसमें अनेक कलाकारों ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए।
प्रन्यास प्रवर व मुनिश्री का विहार आज
कोचर ने बताया कि गच्छाधिपति विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी के आज्ञानुवर्ती प्रन्यास प्रवर मुनि धर्मशील विजय व मुनि पद्मशील विजय सोमवार को सुबह छह बजे कोचरों के उपासरे से नागौर के लिए पैदल विहार करेंगे।
संक्रांति महोत्सव नागौर में 14 को
गच्छाधिपति विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी के सान्निध्य में 14 मार्च गुरुवार को मासिक संक्रांति महोत्सव आयोजित किया जाएगा। महोत्सव में भागीदारी के लिए बीकानेर के पुरानी जेल रोड से सुबह छह बजे आत्मानंद जैन सभा की ओर से दो बसों की व्यवस्था की है।
विशलामाता मंदिर में ध्वजारोहण 15 को
जैन श्वेताम्बर कोचर परिवारों की कुलदेवी विशला माता के मंदिर में 15 मार्च को विशेष पूजन व ध्वजारोहण सुबह नौ बजे किया जाएगा। आयोजन से जुड़े जितेन्द्र कोचर ने बताया कि पूजन व ध्वजारोहण के बाद श्रीसंघ की ओर से प्रसाद की व्यवस्था की गई है।
गंगाशहर के भगवान आदिनाथ मंदिर
में स्नात्र पूजा व गुरु इकतीसा का पाठ
बीकानेर, 10 मार्च। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ से सम्बद्ध ज्ञान वाटिका के बच्चें रविवारीय जिनालय दर्शन, वंदन व पूजन कार्यक्रम के तहत सुबह आठ बजे गंगाशहर में मुख्य बाजार में स्थित भगवान श्री आदिनाथ जैन मंदिर स्नात्र पूजा के साथ दादा गुरुदेव जिनकुशल सूरी के स्वर्गारोहण दिवस पर सामूहिक गुरु इकतीसा का पाठ किया गया।
श्री चिंतामणि मंदिर प्रन्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि जिनालय चैत्यवंदन व जैन जागरूकता अभियान के समन्वयक पवन खजांची व ज्ञानजी सेठिया के नेतृत्व में स्नात्र पूजा भक्ति गीतों के साथ की गई। पूजा के दौरान नन्हें बालक मेहूल खजांची, हर्षिल, हरिन्द्र, भाव्या सेठी ने चंदन पूजा के साथ गुरुवंदना की । बालिका तनिषा सेठिया, ने स्नात्र पूजा, मुस्कान नाहटा ने शुक्र स्तवन, आकांक्षा वैद ने चैत्यवंदन जैन विविध के अनुसार भक्ति भाव से करवाया।
स्नात्र पूजा में शामिल बच्चों व श्रावक-श्राविकाओं का सुश्रावक भीखम चंद नाहटा, प्रमोद कुमार, प्रभात नाहटा, मोहन लाल, सुनील नाहटा, कुशल हार्डवेयर, जतनमल नाहटा, भीखमचंद धीरज बरड़िया, केशरीचंद, झंवर लाल, मनोज कुमार सेठिया, मूलचंद अनिल बैद, जय कुमार पुखराज पूगलिया, सुन्दर लाल, हस्तीमल सेठी परिवार की ओर से कलम आदि की प्रभावना से सम्मानित किया गया।
नाल में दादा गुरुदेव का मेला सकल श्रीसंघ की पूजा
बीकानेर, 10 मार्च। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में सकलश्री संघ के सहयोग से नाल बड़ी गांव स्थित दादाबाड़ी में दादा गुरुदेव श्री जिन कुशल सूरीजी की 690 वीं पुण्य तिथि पर रविवार को गुरु भक्तों का मेला लगा।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि मेले में आए श्रावक-श्राविकाओं ने दादा बाड़ी परिसर के भगवान पदम प्रभु की पंच कल्याणक पूजा व, दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा भक्ति भाव से की। पूजा में विचक्षण महिला मंडल, वीरेन्द्र बांठिया पप्पूजी, विजय लक्ष्मी सेठिया, आदिश्वर मंडल, गुरु भक्त मंडल ने विभिन्न राग व तर्जों में भजनों की प्रस्तुति दी गई। गुरु इकतीसा का सामूहिक पाठ किया गया।