बीकानेर,ज्ञान विधि पी.जी. महाविद्यालय बीकानेर के छात्र-छात्राओं द्वारा गुरुवार को न्यायालयों का भ्रमण किया गया। इस न्यायिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत विधि प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के छात्रों ने बीकानेर के विभिन्न न्यायालयों में भ्रमण करके वहां चल रही कार्यवाहियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की।
सर्वप्रथम छात्र देवेन्द्र प्रकाश शर्मा जिला एवं सेशन न्यायाधीश के न्यायालय में उपस्थित हुवे। जहा शर्मा ने बताया कि शुरुआत में ही उनका सपना न्यायिक सेवा में आने का था इस हेतु उन्होंने कठोर श्रम किया और इस मुकाम को हासिल किया। उन्होंने कहा कि कामयाबी का कोई शोर्टकट नहीं है। मेहनत व लग्न से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। तत्पश्चात छात्र पारिवारिक न्यायालय नम्बर 3 में पहुंचे जहां न्यायाधीश अजय गोदारा ने पारिवारिक विवाद व उसके समाधान के बारे में विस्तार से बतलाते हुवे छात्रों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का विस्तारपूर्वक जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
इस कार्यक्रम के दौरान समस्त छात्र-छात्राओं ने विभिन्न न्यायिक परिसरों में व्याख्याताओं के दिशा निर्देशन में न्यायालय भ्रमण करके न्यायिक प्रक्रिया को जाना व समझा। इन न्यायालय भ्रमण के दौरान छात्र न्यायालय जिला एवं सेशन न्यायाधीश बीकानेर, न्यायालय अपर जिला एवं सेशन न्यायालय संख्या-3 बीकानेर, न्यायालय सेशन न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम बीकानेर, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (व.ख.) एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं किराया अधिकरण अधिनियम बीकानेर, न्यायालय सिविल न्यायाधीश (क.ख.) एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम वर्ग बीकानेर, विशिष्ट न्यायालय अनु जाति एवं अनु. जनजाति (अत्याचार निवारण) प्रकरण एवं अपर सेशन न्यायाधीश एवं मोटर यान दुर्घटना दावा अधिकरण, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नं. 2 तथा जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग बीकानेर आदि का भ्रमण किया। छात्रों ने भ्रमण के दौरान अभियोजन पक्ष की गवाही, अभियुक्त के बयान, शपथ लेने की प्रक्रिया, साक्ष्यों का प्रस्तुतीकरण, जिरह, निर्णय, पत्रावलियों का अवलोकन, समन, आरोप, जमानत, अग्रिम जमानत, व्यादेश, जांच व विचारण तथा नोटिस तामिल करने की प्रक्रिया आदि का बारीकी से अवलोकन किया। विभिन्न न्यायालयों में चल रही निर्णय की कार्यवाहियों तथा पक्षकारों के राजीनामें से संबंधित कार्यवाही के बारे जाना इसके अलावा छात्रों ने जिला उपभोक्ता आयोग न्यायालय में जाकर वहां उपभोक्ता के मामलों की विस्तृत प्रक्रिया को जाना व समझा।
वरिष्ठ अधिवक्ता कुलदीप शर्मा ने छात्रों से चर्चा करते हुये उनके उदेश्य के बारे में पूछा और कहा कि विधिक व्यवसाय करना बहुत गौरव का कार्य हे और वे विधिक कार्य के साथ साथ सामाजिक कार्य भी कर सकते हैं।
व्यवसाय के साथ साथ सामाजिक कार्यों में भी सहयोग कर सकते है। क्योकि समाज में अधिवक्ता को एक सज्जन पुरूष के रूप में जाना जाता है। अधिवक्ता धनराज सोनी ने छात्रों को न्यायालय की विभिन्न श्रेणियों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को परिवाद, संज्ञेय व असंज्ञेय अपराध, सम्मन, वारण्ट के बारे में विस्तार से बतलाया। इस न्यायालय भ्रमण में एल एल.बी. तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति चौधरी, चंचल सांखला, मदालशा जोशी, योगिता राजप्रोहित, निशा राजप्रोहित, सविता बिश्नोई, हैप्पी उपाध्याय व छात्र अविनाश तथा एल एल.बी. द्वितीय वर्ष की छात्रा राजश्री गौड़, आशा गहलोत, छात्र रामदेव सारस्वत एवं एल एल.बी. प्रथम वर्ष की छात्रा खुशबू प्रजापत, पिंकी प्रजापत, रक्षा झा, झलक सेठिया, कौशल्या उपाध्याय, प्रियंका सोनी, निम्मी जोशी, रचना सारस्वत एवं छात्र रामदेव सुधार, धनश्याम सारस्वत, राम लाल कूकना, भरत तंवर, मोहित सिंह, रामस्वरुप बेनीवाल, रोहन सुधार, मनीष खटोड, दिनेश सोनी, देवीलाल, अनिल कुमार, कैलाश नायक, जितेन्द्र सिंह, अनिल सारस्वत आदि उपस्थित थे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डा. बी.एल. बिश्नोई ने वरिष्ठ अधिवक्ता बार काउंसिल सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा व अन्य न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों को छात्रों के सहयोग हेतु साधुवाद दिया।
इस न्यायालय भ्रमण कार्यक्रम के द्वारा छात्रों ने वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. योगेश कुमार पुरोहित, धनराज सोनी, डा. राकेश कुमार, अभिषेक के मार्गदर्शन में विधि के व्यावहारिक ज्ञान को जाना एवं समझा। छात्रों ने न्यायालय भ्रमण के कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा न्यायिक कार्यवाहियों को रूबरू देख, सुन व समझ कर ज्ञान अर्जित किया।