बीकानेर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि सभी अधिकारी प्रशासन गांवों के संग अभियान की शुरूआत से ही पूर्ण गंभीरता से कार्य करें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को राहत प्रदान की जा सके।
मेहता ने सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन के लंबित कार्याें के निस्तारण एवं पात्र लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से यह अभियान प्रारम्भ किया गया है। इसकी शुरूआत से ही सभी अधिकारी सरकार की अपेक्षा के अनुरूप कार्य करें। शिविरों से पूर्व प्री-कैम्प लगाकर समस्याओं का चिन्हीकरण कर लिया जाए तथा शिविरों के दौरान इनका नियम सम्मत निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि अभियान से संबंधित सभी 22 विभाग प्रत्येक कैम्प के दौरान किए जा सकने वाले कार्यों के लक्ष्य निर्धारित करें तथा अधीनस्थ अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित करें। जिला स्तरीय अधिकारी भी शिविरों में जाएं तथा जिला प्रशासन को इससे अवगत करवाया जाए। उन्होंने कहा कि इन शिविरों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी तथा इस दौरान यदि कम प्रगति पाई जाती है, तो संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
मेहता ने कहा कि प्रत्येक शिविर में कम से कम दस परिवारों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाए। सामाजिक सुरक्षा पेंशन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से जुड़ी अन्य योजनाओं से प्रत्येक पात्र को लाभ दिलाने के प्रयास हो। इस दौरान संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर प्रकरण लंबित नहीं रहे, इसके लिए इसकी नियमित समीक्षा हो। वहीं मुख्य सचिव की जनसुनवाई के दौरान प्राप्त प्रकरणों की भी विभागवार समीक्षा की गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, सहायक निदेशक (लोक सेवाएं) सविना बिश्नोई, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओपी चाहर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।