बीकानेर,जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता रवि शंकर धाभाई ने बताया कि आज माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉक्टर प्रेम चंद बैरवा एवम युवा एवम खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर को एक मांग पत्र भेजा जिसमे मांग उठाई की पर्यटन विभाग के लाइसेंस टूरिस्ट्स गाइड की विभिन्न समस्याओं के निवारण हेतु टुरिस्ट गाइड्स कल्याण बोर्ड गठित किया जाए । अपने मांग पत्र में धाभाई ने उल्लेख किया कि राज्य सरकार का कर्तव्य है कि बजट घोषणा से पूर्व सभी नागरिकों से उनके अमूल्य सुझाव मांगें जाने चाहिए जिससे जनता की एक अपेक्षा अनुसार राज्य में विकास कार्य हो सके। इसी पत्र के माध्यम से राजस्थान प्रदेश के भारत सरकार से सम्मानित राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से पुरस्कृत 57 सामाजिक कार्यकर्ताओं को रोजगार मुहिया कराने, सर्किट हाउस में ठहरने की व्यवस्था एवम अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करने की मांग उठाई है ।*
*रवि शंकर धाभाई ने आगे बताया कि पूर्व में भी प्रतिमण्डल मुख्यमंत्री कार्यलय के जॉइन्ट सेक्रेटरी से मुलाकात की और उनको समस्त समस्याओं के बारे में अवगत कराया जा चुका है । समाजसेवी रवि शंकर धाभाई ने बताया कि राजस्थान सरकार को राजस्थान प्रदेश समस्त स्टेट एवं लोकल गाइडों को कार्मिक विभाग में शामिल करने एवं मासिक वेतन देने के लिए धरना प्रदर्शन भी गत वर्ष किया जा चुका है लेकिन राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई ठोस योजना बनाकर इनके कल्याण हेतु आदेश नही जारी किए गए है ।*
*रवि शंकर धाभाई ने बताया की लाइसेंस्ड टूरिस्ट गाइड्स की निम्न मांगे है : 1. सभी गाइडों को कार्मिक विभाग में शामिल कर नियमित मासिक वेतन दिया जायें । 2. पर्यटक गाइडों को वर्ष में मात्र 4 महिने ही रोजगार मिल पाता है वह भी कुछ जिलों में उपलब्ध होता है । बाकि महीनों में गाइडों को वर्ष भर रोजगार नही मिल ही पाता । 3. सरकार द्वारा पर्यटक गाइडों से शपथ – पत्र लिया गया जिसके तहत गाइड किसी भी सरकारी और निजी क्षेत्र में कार्य नहीं कर सकते । 4. राजस्थान पर्यटन विभाग के समस्त लाईसेंसधारी गाइडों को रिटायरमेंट 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन स्कीम लागू की जावें । 5. राजस्थान पर्यटक गाइडों को आरजीएचएस एवं निःशुल्क परिवहन सेवा प्रदान की जावें । 6. सरकार द्वारा प्रत्येक गाइड के लिए सभी स्मारकों पर रोस्टर प्रणाली लागू कर समान काम सुनिश्चित किया जावें । 7. राजस्थान पर्यटक गाइड की अकारणवश दुर्घटना मृत्यु हो जाने पर दुर्घटना बीमा स्कीम लागू की जावें एवं उसके परिवार को अनुकंपा के तहत नौकरी दी जावें । 8. सभी ट्रेवल एजेंसीयों को पाबंद किया जावें कि वे राज्य सरकार के पर्यटक केन्द्र से ही गाइड लेवें ताकि गाइडों को काम करने का बराबर अवसर मिल सकें । 9. राजस्थान पर्यटक गाइडों को व्यावसायिक क्षेत्र में ना देकर सभी लाईसेंसधारी गाइडों को स्थायी कर सरकारी कार्मिक विभाग की निगरानी में पर्यटकों अपनी मनमानी तरीके से लुटने से वंचित की जावें ।