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बीकानेर,राजस्थान सरकार आम आदमी को राहत देने के उद्देश्य से एक ही जगह पर 21 विभागों से जुड़े आमजन के काम करवाने की मंशा के तहत शुरू हो रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान के साथ ही बीकानेर जिले के सभी उपखंड कार्यालय पर राजस्थान सेवा परिषद के बैनर तले पटवार संघ, गिरदावर संघ, राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद तीनों संगठनों ने मिलकर सात सुत्रीय मांगो को लेकर गांधी वादी तरीके से धरना प्रदर्शन शुरु किया हैं।

कर्मचारियों ने बताया कि राजस्थान सेवा परिषद के बैनर तले हमारी पटवार संघ, गिरदावर संघ और राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद के तीनों संगठनों ने मिलकर हमारी जो संवैधानिक मांगे हैं उसके सरकार से उसकी मनवाने के लिए हम आज से गांधीवादी रूप से यहां पर आकर में धरने पर बैठे हैं। जिसमें प्रशासन गांवो के संग को साथ साथ हमारे सारे कामों का बहिष्कार कर रहे हैं। हमारी सात सुत्रीय मुख्य मांगे हैं। जो 3 जुलाई को हमारी रेवेन्यू की प्राथमिक इकाई है पटवारी उनके साथ जो समझौता हुआ था उस को सम्मान पूर्वक लागू करना ये हमारी मुख्य मांग हैं। वही कार्यवाहक तहसीलदार रामेश्वर लल गढ़वाल ने बताया कि हमारे नायब तहसीलदार के पद है वो शत-प्रतिशत हमारी पटवारी गिरदावर यानी प्रमोशन से भरे जाएं। तहसीलदार के जो पद है वह 50% डायरेक्ट आए और 50% हमारे रेवेन्यू एजेंसी के प्रमोशन से भरे जाएं और हमारी जो पदोन्नति है वह डीपीसी है वह रेगुलर हो। यह हमारी संवैधानिक मांगे हैं जिसका हमारा अधिकार है और ये बराबर चलता रहे तो यहां पद भी खाली नहीं रहेगे। अभी वर्तमान में राजस्थान तहसीलदार सेवा के लगभग 407 के पद खाली पड़े हैं। हमारी मांग है कि जो नायब तहसीलदार हैं उनको तदर्थ लगाया जाए जो कि सरकार पर वित्तीय भार भी नहीं आएगा। नायब तहसीलदार रहते हुए वो काम हम अच्छी तरह से करेगे और हमारी सरकार की योजनाएं हैं उनको धरातल पर उतारने में रेवेन्यू एजेंसी का बहुत बड़ा हाथ रहता हैं चाहे वो कोरोना काल हो या मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना हो। सारी में हमारा रेवेन्यू परिवार है जो बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है। जब हमारी वाजिब मांगों की बात आती है तो उसके लिए आज हमें इस स्थिति में आना पड़ा के प्रशासन गांवों के संग केंपो का बहिष्कार करके आज हम यहां पर बैठे हैं। हम चाहते हैं सरकार से की जल्दी से हमारी वाजिब मांगों का निस्तारण हो सरकार के साथ एक समान पूर्व समझौता हो वो लिखित में हो केवल आश्वासन न हो ताकी केम्पो सुचारू रूप से संचालन हो सके और आम काश्तकारों को रिलीफ दे सकें जो हम चाहते हैं।

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