बीकानेर,राजस्थान चुनाव को लेकर 10 दिन बचे हैं. इस बार इलेक्शन में बीजेपी ने बिना चेहरे के चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी खुद को दावेदार पेश करने में पीछे नहीं हैं.
ऐसे में चुनाव के नजदीक आने के साथ ही पार्टी में सीएम फेस की लड़ाई भी तेज हो गई है. अब इसे लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अहम बात कह दी है. इंटरव्यू में अमित शाह ने इसका जवाब दिया. उन्होंने साफ किया है कि चुनाव के बाद नेतृत्व का मुद्दा बाद में तय किया जाएगा. मुख्यमंत्री दावेदारों के भविष्य पर कहा कि वे सभी उर्जावान ढंग से चुनाव लड़ रहे हैं.
तीन दशक में पहली बार पार्टी बिना फेस के मैदान में
जब पत्रकार ने सवाल पूछा कि राजस्थान में क्या तीन दशकों में यह पहली बार है कि आप बिना चेहरे के मैदान में हैं? क्या आपको नहीं लगता कि सामूहिक नेतृत्व का यह प्रयोग आपको उस राज्य में नुकसान पहुंचा सकता है, जहां बीजेपी पहले स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत और हाल ही में वसुंधरा राजे का पर्याय बनी हुई है? जिस पर अमित शाह ने साफ तौर पर जवाब दिया कि मैं ऐसा बिल्कुल नहीं मानता. साथ ही जब पत्रकार ने ये पूछा कि कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें उन नेताओं के विकल्प के रूप में राज्यों में धकेल दिया गया है, जो लंबे समय से पार्टी का चेहरा रहे हैं. क्या शिवराज चौहान और वसुंधरा राजे का कोई भविष्य है, यह देखते हुए कि पार्टी ने उन्हें अपने चेहरे के रूप में पेश नहीं किया है? इस सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि वे सभी चुनाव लड़ रहे हैं और वो भी ऊर्जावान ढंग से. नेतृत्व का मुद्दा बाद में तय किया जाएगा.