बीकानेर,जयपुर,प्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले चुनाव में मतदाताओं को फोटो युक्त पर्ची की जगह 5 दिन पहले क्यूआर कोड वाली वोटर स्लिप मिलेगी। इसको स्कैन करते ही उनकी जानकारी के साथ ही विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र की जानकारी मिल जाएगी। इससे मतदाताओं को मतदान केंद्र खोजने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
निर्वाचन विभाग की ओर से 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांगों (40 प्रतिशत से ज्यादा) को होम वोटिंग की सुविधा के बाद क्यूआर कोड वाली वोटर स्लिप पहली बार दी जाएगी। इधर, निर्वाचन विभाग की ओर से 1 करोड़ 25 लाख परिवार को पॉकेट गाइड भी दी जाएगी। इस बार जयपुर जिले में 50 लाख 95 हजार 362 वोटर्स वोट डालेंगे।
वोटर स्लिप में मतदाता की फोटो की जगह क्यूआर कोड होगा, जिसको स्कैन करते ही मतदान केंद्र समेत सारी जानकारी मिल जाएगी। वोटर स्लिप में मतदाता की फोटो की जगह क्यूआर कोड होगा, जिसको स्कैन करते ही मतदान केंद्र समेत सारी जानकारी मिल जाएगी।
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नई व्यवस्था के तहत वोटर स्लिप निर्वाचन विभाग की ओर से जिला अधिकारी को दी जाएगी। यहां से विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर फिर सुपरवाइजर से बीएलओ के पास पहुंचेगी। बीएलओ घर-घर जाकर बांटने के साथ ही पर्ची के सही वोटर्स को मिल रही है या नहीं का सत्यापन भी करेगा।
स्लिप पर मतदाता का नाम, फोटो की जगह क्यूआर कोड, हेल्पलाइन नंबर, मतदान केंद्र की जानकारी, सूची में नाम कौन से नंबर पर है आदि जानकारी अंकित रहेगी। पर्ची के साथ 12 तरह के दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट सहित 12 तरह के दस्तावेजों में से एक ले जाना अनिवार्य है।
क्यूआर कोड वाली पर्ची का जारी करने का मकसद चुनाव में पारदर्शिता और मतदाताओं को घर बैठे जानकारी मिल सकेगी।