बीकानेर,पीबीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के आउटडोर में इस समय पांच सौ मरीजों का प्रतिदिन पंजीकरण होता है। इसमें से करीब 40 मरीजों में चिकनगुनिया की शिकायत आ रही है। गत माह इस विभाग के आउटडोर में करीब एक हजार मरीजों का आउटडोर होता था, जिसमें से मलेरिया एवं डेंगू के मरीज ज्यादा आते थे। लेकिन इस समय पांच सौ मरीजों का पंजीकरण हो रहा है। ऐसे में चिकित्सक मान रहे हैं कि मलेरिया रोगियों की संख्या कम होने लगी है।
पांच मरीजों को भर्ती करने की नौबत
पीबीएम अस्पताल में चिकनगुनिया के औसतन पांच रोगियों को भर्ती करना पड़ रहा है। उन्हें दो-तीन दिन भर्ती रखकर डिस्चार्ज किया जाता है। इस समय गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र में चिकनगुनिया के रोगी सामने आए हैं। इसे देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें दो दिन से इसी क्षेत्र में सर्वे कर रही हैं और लोगों को बीमारियों की रोकथाम के लिए समझाने का काम कर रही हैं।मौसम में बदलाव का समय है। कई घरों में कूलर-पंखे और एसी कभी-कभी बंद हो रहे हैं, तो कभी चलने लगते हैं। मौसम की सर्दी-गर्मी के इस दौर में सर्दी-जुखाम और बुखार के मरीजों का आना आम बात है। लेकिन चिंता की बात तब होती है, जब इनमें से लगभग सात-आठ फीसदी लोग जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में भी दिक्कत की शिकायत करने लगते हैं। अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों में अब ऐसे मरीज आने लगे हैं, जिन्हें लाक्षणिक तौर पर चिकनगुनिया की शिकायत रहती है। इस रोग में पहले बुखार आता है और ठंड लगनी शुरू हो जाती है। साथ ही जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है और शरीर में अकडऩ रहती है। अगर समय पर चिकनगुनिया का इलाज शुरू नहीं होता है, तो गठिया होने की आशंका रहती है। इसलिए अगर जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है, तो चिकित्सक को तुरंत दिखाना चाहिए।