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बीकानेर, राजस्थान अध्यापक – पात्रता परीक्षा (रीट) में अभ्यर्थियों को डिवाइस लगी चप्पलों से नकल कराने के मुख्य सरगना तुलसाराम कालेर पर जिला पुलिस ने इनाम घोषित किया है। आरोपी का फोटो जारी किया गया है। वहीं तीन दिन बाद भी मुख्य आरोपी को पुलिस पकड़ नहीं पाई है। ऐसे में पुलिस ने इनाम का सहारा लिया है।

एग्जाम वाली चप्पलें यहाँ उपलब्ध है.

है। नकल की साजिश में शामिल आरोपी त्रिलोक चंद नागौर के मौलासर के सीनियर सैकंडरी स्कूल में प्रयोगशाला सहायक था। नकल प्रकरण में पकड़े जाने के बाद उसके • जिला पुलिस अधीक्षक निलंबन की कार्रवाई बुधवार से शुरू हो गई।

प्रीतिचन्द्रा ने नकल गिरोह के मुख्य एक साथ पदस्थापित, सरगना तुलसाराम कालेर पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उसका फोटो भी सार्वजनिक वर्ष 1992 बैंड में उपनिरीक्षक रूप से जारी किया गया है। पुलिस बने छह पुलिस उप निरीक्षकों को ने अपने गुप्तचरों को अलर्ट किया

एक साथ ही स्थानांतरित

बीकानेर जिले में एक मई 2016

बीकानेर पुलिस से रिपोर्ट आने के तुरंत बाद संभवतया गुरुवार तक नागौर प्रशासन की ओर से उसे निलंबित कर दिया जाएगा। वहीं गंगाशहर में चार आरोपी त्रिलोक चंद, ओमप्रकाश, मदनलाल व गोपालकृष्ण रिमांड पर चल रहे हैं।जेएनबीसी पुलिस ने आरोपी सुरजाराम को रिमांड खत्म होने पर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। बिना बताए एक दिन पहले गायब सूत्रों के मुताबिक प्रयोगशाला सहायक त्रिलोक चंद करीब दो साल

सरगना की यह है कारगुजारी

उप निरीक्षक के पद पर भर्ती होने के बाद प्रशिक्षण काल में बारित होने वाला तुलसाराम 2007 में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में भी चयनित हो गया था लेकिन उसे प्रशासनिक सेवा रास नहीं आई। इसके बाद तुलसाराम ने वर्ष 2009 में अपने भतीजे की जगह उपनिरीक्षक की परीक्षा खुद दी थी। परिणाम से पूर्व आरपीएससी को उसकी कारगुजारी पकड़ में आ गई। आरपीएससी तुलसाराम व उसके भतीजे के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। तुलसाराम कालेर 1991 में उपनिरीक्षक के पद पर भर्ती हुआ। अजमेर रेंज के नागौर जिले में डीडवाना नमें काल में प्राइवेट बस से पकड़ी गई हवाला रकम में से 3 लाख रुपए का गबन करने कार्य तुलसाराम को पुलिस बर्खास्त कर दिया था।

से मौलासर के राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल में तैनात था। वह बीकानेर की नोखा तहसील के भादला गांव का रहने वाला है। रीट परीक्षा के एक दिन पहले शनिवार को वह बिना बताए ही स्कूल में अनुपस्थित था। इस पर विद्यालय के प्राचार्य गणपतराम जागिड़ ने उसे व्हाट्सएप पर इस बाबत पूछताछ भी की बिना बताए स्कूल से गायब होने को गंभीर बताते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पर नौकरी के चयन अभ्यर्थियों प्रक्रिया

 

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