









बीकानेर,मौका दीजिए अपने खून को किसी की रगों में बहने का, ये लाजवाब तरीका है कई जिस्मों में जिंदा रहने का। इस फलसफे ने खारड़ा निवासी पवन सारस्वत पर कुछ इस कदर प्रभाव डाला कि अब तक वे 29 बार रक्त व आठ बार प्लेटलेट दान कर चुके हैं। जज्बा अब भी कायम है। डब्ल्यूएचओ मानक के मुताबिक कोई भी व्यक्ति स्वस्थ रहते हुए अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक ही रक्तदान कर सकता हैं। पवन सारस्वत के मुताबिक जब तक वे स्वस्थ हैं रक्तदान करते रहेंगे। 30 वर्ष की उम्र में हर तीसरे महीने रक्तदान करना नहीं भूलते
पवन ने कहा कि पहली बार रक्तदान करना बहुत ही सुखद अनुभव था.और सभी को रक्तदान करना चाहिए. इसके बाद उन्होंने हर तीन महिने में रक्तदान करने की ठान ली, जो आज भी अनवरत जारी है.
पवन सारस्वत खारड़ा 29 बार रक्तदान कर चुके ह,महाराष्ट्र दिल्ली बीकानेर कि अनेक ब्लड संस्थाओं से अपनी प्लेटलेट्स देकर जरूरतमंदो की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहें हैं, अपना निजी कार्य छोड़कर एक फोन कोल पर मरीज के लिए बल्ड बैंक पहुंचे जाते हैं, कहीं सामाजिक संस्थाओ द्वारा सम्मानित किया गया ह, युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत ह,
खूद रक्तदान करने के साथ ही पवन आम लोगों में रक्तदान करने के प्रति जागरूकता लाने के लिए रक्तदान शिविरों में जाना शुरू किया.
