बीकानेर,भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , श्री विप्र महासभा , ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन की ओर से आहूत 41 वा सावन मास एवम् 11 वा चातुर्मास पूजन अनुष्ठान जारी है !
चातुर्मास पूजन अनुष्ठान एवं सावन मास पूजन अनुष्ठान के प्रभारी लीलाधर आसोपा ने बताया की 11 वे चातुर्मास पूजन अनुष्ठान व 41 में सावन मास पूजन अनुष्ठान में समर्पित पंडित श्री योगेंद्र कुमार दाधीच की अगवाई में सावन मास एवं भादवा मास के पूजन अनुष्ठान में हुवे दिव्य एवं भव्य आयोजन अनुसार आश्विन मास भी विशेष रहेगा नवरात्रा में दुर्गा अष्टमी 22 अक्टूम्बर 2023 रविवार को 108 मन्दिरो में नो – नो कन्याओं के पूजन के साथ एक दिन में 1008 कन्याओं के पूजन का दिव्य एवं विशेष अनुष्ठान किया जाएगा । मुख्य पूजन एवम् कन्या पूजन लक्ष्मीनाथ जी मंदिर स्थित चामुंडा मंदिर में सांयम 7.00!बजे से होगा
तस्वीरो को अभिमंत्रित करने का अनुष्ठान शुरू
नवरात्रा के अन्तर्गत दुर्गा माता , रामदरबार , हनुमानजी की 11-11 हज़ार तस्वीरे सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित करने का अनुष्ठान श्री लक्ष्मीनाथ जी मंदिर बड़ा बाज़ार बीकानेर में श्री चामुंडा माताजी मंदिर में विशेष पूजन करके शुरू हुवा , पूजन बूंदी राजपरिवार के राजपुरोहित पंडित श्री रमेश कुमार राजपुरोहित ने सपत्नीक श्रीमती राजकुमारी , लक्ष्मीनाथ जी मंदिर के मुख्य पुजारी श्री शंकर सेवग , चोमुण्डा माता के पुजारी श्री श्याम देराश्री ,पुजारी नवरतन सेवग , बुलाकी पुजारी एवं अनुष्ठान में समर्पित पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच के द्वारा वैदिक मंत्रोचार से कर अनुष्ठान शुरू किया गया । वैदिक मन्त्रोचार एवम् पूजन पंडित श्री राजा देराश्री ने कराया । अभिमंत्रित करने का अनुष्ठान नवरात्रि में लगातार होगा सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित दुर्गा माता की तस्वीरे सभी 108 मंदिरों में दी जाएगी जो सभी कन्याओं को दी जायेगी
इस अवसर पर बूंदी राजघराने के राजपुरोहित पंडित श्री रमेश कुमार राजपुरोहित ने कहा कि सनातन संस्कृति की जीवंतता हेतु एसे अनुष्ठान महत्वपूर्ण है वर्तमान में बहुतायत सनातन घरों में देवी देवताओं की तस्वीरे बाज़ार से ख़रीद कर पूजा स्थल में रखी जाती है पूजा स्थल में अभिमंत्रित तस्वीरो का विशेष महत्व हे जिसकी पूर्ति के लिए पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच द्वारा किए जा रहे अनुष्ठान प्रसंशिय है । संस्कारवान जीवन का पथ प्रदर्शन सनातन संस्कृति है पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच द्वारा किया जा रहा 41 वे सावन मास पूजन अनुष्ठान एवम् 11 वे चतुर्मास पूजन अनुष्ठान के अन्तर्गत लगातार आहूत हो रहे अनुष्ठान देश भर का दिव्य अनुष्ठान बन रहा है जो बीकानेर वासियो के लिये गर्व की बात है यह अनुष्ठान सनातन संस्कृति में महत्वपूर्ण अध्याय के रूप जुड़ा है
पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच ने कहा कि सनातन संस्कृति का ना आदि है ना अंत है यह तो अनन्त है व्यक्तित्व निखार में सनातन संस्कृति आदर्श के रूप में हे जिसका कमजोर होना चिंताजनक है वास्तविकता में सनातन संस्कृति के लिए कार्य हो इस परिपेक्ष्य में लगातार अनुष्ठान किए जा रहे हों जिनमे सभी की भागीदारी गति देगी