बीकानेर,राजस्थान में चुनावी घमासान के बीच अब सांसदों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. भाजपा ने 7 सांसदों को टिकट दिया. टिकट घोषणा के बाद से भाजपा को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच भाजपा सांसद राजवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा में विरोध का सामना करना पड़ा. तो दूसरी तरफ अलवर पहुंचे बालक नाथ ने भाग कर अपनी लाज बचाई. दरअसल टपूकड़ा कस्बे में भीड़ नहीं होने के कारण बालक नाथ अपने समर्थकों के साथ तुरंत दौड़े और अपनी गाड़ी में चढ़ गए.
भाजपा ने 41 उम्मीदवारों की सूची जारी की. इसमें 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा. सूची जारी होने के बाद से लगातार भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. राजस्थान में सभी जगह पर भाजपा के नेता अपनी ही पार्टी का विरोध कर रहे हैं. चुनाव लड़ने की भी घोषणा कर चुके हैं. ऐसे में पार्टी की अंदर खाने परेशानियां बढ़ गई है. जानकारों की माने तो इससे पार्टी को नुकसान भी हो सकता है.
हालांकि नेताओं में हुए असंतोष को शांत करने के लिए भाजपा हर संभव प्रयास कर रही है. भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन भी किया गया है. लेकिन उसके बाद भी विरोध का सिलसिला जारी है. बीजेपी सांसद कर्नल राजवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा से टिकट दिया गया है. टिकट मिलने के बाद से भाजपा कार्यकर्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसमें शेखावत के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए की कर्नल कहना मान ले, गोरिया बिस्तर बांध ले, झोटवाड़ा का एक ही लाल राजपाल राजपाल.
इस दौरान वीडियो में राठौर ने कार से उतरकर नारे लगा रहे कार्यकर्ताओं को गले लगाया और मिठाई की पेशकश की. लेकिन राज्यपाल के समर्थकों ने मुंह मीठा नहीं किया. दूसरी तरफ टिकट मिलने के बाद पहली बार तिजारा पहुंचे सांसद बाबा बालक नाथ के स्वागत में कई जगह पर भीड़ नजर नहीं आई. भिवाड़ी से बालक नाथ का काफिला शुरू हुआ. सभी मंदिर व मठों में ढोग लगाते हुए तिजारा की तरफ बड़े.
टपूकड़ा कस्बे में पहुंचने पर हनुमान मंदिर में ढोग खाकर वहां से निकल रहे थे. लेकिन टपूकड़ा में उनके साथ ज्यादा समर्थक मौजूद नहीं थे. ऐसे में बालक नाथ ने दौड़ लगाई और दौड़कर अपनी गाड़ी में चढ़ गए. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जाकर वायरल हो रहा है.
तिजारा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक मामन यादव पहले ही ताल ठोक चुके हैं. मीटिंग कर चुके है. इस दौरान बड़ी संख्या में मीटिंग में मौजूद लोगों ने उनका समर्थन किया और उनका पूर्ण भुम्मत से जीतने की बात कही. ऐसे में बाबा बालक नाथ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. क्योंकि तिजारा विधानसभा क्षेत्र में यादव समाज का वोट बैंक ज्यादा है. मामन यादव यादव समाज से आते हैं. तो बालक नाथ भी यादव हैं. ऐसे में देखना होगा की बालक नाथ इस विरोध का क्या समाधान निकलते हैं.
हालांकि, अपनी सभा के दौरान लोगों से मामन यादव को समझने की बात कह चुके हैं. उन्होंने कहा कि वो पार्टी के नेता हैं, उनकी पार्टी में वापसी कराई जाएगी. कार्यक्रम के दौरान वो खुद को साधु व महात्मा बताते रहे. उन्होंने कहा कि हम तो केवल सेवा करने के लिए आए हैं. साधु महात्मा की कोई महत्वाकांक्षा नहीं होती है. ऐसे में साफ है कि बालक नाथ खास से डरे हुए हैं. हालांकि बालक नाथ मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. कई बार कार्यक्रमों में वह बोल चुके हैं कि अभी यात्रा लंबी है व पूरा प्रदेश के हालात ठीक करने हैं.
सांसद बाबा बालक नाथ ने चलाया बुलडोजर
प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद पहली बार बाबा बालक नाथ तिजारा पहुंचे. इस दौरान भिवाड़ी से तिजारा तक उनका जोरदार स्वागत हुआ. तो सांसद ने बुलडोजर चलाया और बुलडोजर से प्रचार किया. अलग-अलग जगह पर हुई सभा के दौरान सांसद ने कहा जो लोग विरोधी हैं, वो भी भाजपा के कार्यकर्ता है. उनसे बातचीत करके उनको वापस पार्टी से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे. साथ ही मंच पर चुनाव लड़ने के लिए मिले चंदे की राशि को उन्होंने गौशाला में देने की बात कही.
तिजारा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक अमन यादव ने टिकट नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ने की घोषणा की. वो लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं. मामा यादव ने कहा कि समाज के लोग का उनका सहयोग मिल रहा है. दूसरी तरफ बीजेपी ने तिजारा विधानसभा सीट से अलवर सांसद बाबा बालक नाथ को चुनाव मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद पहली बार सांसद तिजारा पहुंचे. इस दौरान कई जगह पर उनका स्वागत हुआ. बाबा बालक नाथ ने बुलडोजर पर चढ़कर चुनाव प्रचार किया व खुद बुलडोजर चलाया.
कार्यक्रम में बोलते हुए सांसद ने कहा अलवर में तिजारा क्राइम मुक्त होगा. लोगों के वाहन चोरी नहीं होंगे. लोगों से कहा कि अभी कुछ दिन इंतजार करने की आवश्यकता है. उसके बाद खाली मैदान से भी वाहन चोरी नहीं होगा. उन्होंने कहा की इस क्षेत्र का ऐसा विकास होगा की राजस्थान में तिजारा की हर तरफ चर्चा होगी. तिजारा में अलवर देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक है. इसका क्षेत्र को फायदा मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी लड़ाई लंबी है. राजस्थान तक का सफर तय करना है. सांसद मुख्यमंत्री के सपने देख रहे हैं. पहले भी कई बार मत से पूरे प्रदेश की राजनीति की चर्चा कर चुके हैं.
सांसद के स्वागत कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ता द्वारा चुनाव लड़ने के लिए संसद को चंदा दिया गया. लेकिन सांसद ने यह राशि लेने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि चंदे की राशि को गौशाला मैदान किया जाए. जिससे गायों को भोजन मिल सके. तिजारा में निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली पूर्व विधायक मामन यादव पर भी सांसद खुलकर बोले. उन्होंने कहा की मामन यादव पार्टी के कार्यकर्ता व नेता है. उनसे बातचीत करके उनको वापस पार्टी में जोड़ने का काम किया जाएगा. तो कार्यक्रम में मौजूद लोगों से भी उन्होंने मामन यादव से बात करने व उनको समझने की बात कही.
सांसद ने कहा कि जनता ने मुझे जिताकर आज इस मुकाम पर पहुंचाया है. मैं एक साधु हूं, साधु की कोई महत्वाकांक्षा नहीं होती है. साधु केवल जनता की सेवा के लिए होता है. उन्होंने कहा कि मैं बाहरी उम्मीदवार नहीं हूं. मैं इस क्षेत्र का रहने वाला हूं जगह-जगह हमारे मंदिर हैं. सांसद ने कहा कि अभी सफर लंबा है. राजस्थान में भाजपा की सरकार बनेगी और अलवर विकास के ट्रैक पर दौड़ेगा. उन्होंने कहा कि गलत कार्य करने वाले लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा. ऐसे लोगों को जिले की सीमा भी क्रॉस नहीं करने दिया जाएगा.