बीकानेर,महोत्सव के आयोजक रामकिशन आचार्य के अनुसार धरणीधर खेल मैदान में 85 फीट ऊंचे रावण के पुतले और 80-80 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए जाएंगे.
वहीं, 50 गुणा 50 फीट की रावण की सोने की लंका बनाई जा रही है, जिसका दहन भी किया जाएगा. इस बार बीकानेर में रावण अलग तरह का होगा. दरअसल, चुनावी मौसम को ध्यान में रखते हुए रावण बनाने वाले कारीगरों ने दशहरे पर ऐसा रावण बनाने का फैसला किया है, जो जलने से पहले लोगों से वोट करने की अपील करेगा. बीकानेर के लोग इस अनोखे नजारे को देखने के लिए बेहद उत्सुक हैं जब रावण खुद लोगों से वोट मांगेगा और फिर गिर जाएगा.
जानकारी के अनुसार 24 अक्टूबर को श्री रामसर रोड स्थित श्री धरणीधर खेल मैदान में दशहरा उत्सव मनाया जायेगा. दशहरा उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का निर्माण शुरू हो गया है. श्री धरणीधर दशहरा कमेटी के प्रवक्ता जीतेंद्र आचार्य के मुताबिक पुतलों के लिए बांस और लकड़ी से ढांचा तैयार किया गया है. पुतलों वाली रावण की लंका उत्तर प्रदेश के पांच सदस्यीय शेरगरों की टीम द्वारा बनाई जा रही है। महोत्सव के आयोजक रामकिशन आचार्य के अनुसार धरणीधर खेल मैदान में 85 फीट ऊंचे रावण के पुतले और 80-80 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए जाएंगे. वहीं, 50 गुणा 50 फीट की रावण की सोने की लंका बनाई जा रही है, जिसका दहन भी किया जाएगा.
समिति सचिव दुर्गा शंकर आचार्य, कोषाध्यक्ष जगमोहन आचार्य, अशोक आचार्य, शेखर आचार्य, चेतन पुरी, कुशाल पुरी, चांद सुथार, आनंद जोशी, नरेंद्र आचार्य, फुसाराम, पवन पुजारी, किशोर पुरोहित सहित टीम के अन्य सदस्य तैयारियों में जुटे हुए हैं। महोत्सव स्थल पर पांच हजार कुर्सियां लगाई जाएंगी। अतिथियों के लिए मंच बनाया जायेगा. शेहरा उत्सव के दौरान धरणीधर खेल मैदान में चंद्रयान की झांकी भी सजायी जायेगी. जितेंद्र आचार्य के मुताबिक, रावण दहन के मौके पर रावण के अंदर से आम जनता से खास अपील की जाएगी- पहले मतदान फिर जलपान. वहीं मैदान परिसर के पास स्थित धोरे पर ताड़का का 100 फीट आकार का पुतला भी बनाया जाएगा, जो सभी के आकर्षण का केंद्र होगा.