बीकानेर,सिन्धी सिपाही समाज राजस्थान बीकानेर के अध्यक्ष मोहम्मद शरीफ समेजा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मुख्य मंत्री जी ने वादा खिलाफी की है राजस्थान सिन्धी सिपाही उत्तरी पश्चिमी राजस्थान में निवास करते है लेकिन बहुत बड़े समुदाय मुस्लिम सिपाही कि उपेक्षा की है जबकि एक ही साथ एक ही लेटर हेड पे मांग की मुस्लिम सिन्धी कल्याण बोर्ड बना दिया उसके साथ सिपाही नहीं जोड़ा n ही इस बोर्ड का लाभ सिन्धी के साथ सिपाही शब्द जोड़ा हमारे समाज में असंतोष है मुख्य मंत्री जी पत्र लिख कर मांग की है जबकि हम एक हैं।
निम्न तथ्यो का अवलोकन करें:-
1 यह कि सिन्धी सिपाही दोनों एक दूसरे की पर्यायवाची हैं ।
2 यह कि ओबीसी की सूची में सिन्धी सिपाही एक ही क्रमांक पर हैं
3 यह कि सामाजिक रीति रिवाज हुक्का पानी,रोटी बेटी , ब्याव शादी आपस में होते हैं ।
4 यह कि हमने सिन्धी सिपाही समाज के बैनर तले बोर्ड कि मांग की है
5 यह कि जैसा कि अन्य बोर्ड में भी जैसे माली , सैनी ,बागवान आदि पर्यायवाची शब्द की एक लाईन लिखी गई है ठीक इसी तरह सिन्धी बोर्ड में सिन्धी सिपाही को इनका लाभ मिलेगा का आंशिक संशोधन में लिखा है ये आशिंक संशोधन सिन्धी सिपाही ” जोड़ा जाए।
6 यह कि सिपाही सांचौर ,जालोर ,जोधपुर ,बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर,पाली हनुमानगढ,गंगानगर आदि जिलों में लाखों की तादाद मे निवास करते हैं।
7 यह कि सिंधियों के रेवन्यू रिकार्ड में भी सिपाही दर्ज हैं।
8 यह कि सामाजिक रूप से सिन्धी सिपाही हम ही हैं
उपरोक्त बिंदुओं पर गंभीरता से विचार कर कांग्रेस हित में सिन्धी बोर्ड में ही सिन्धी सिपाही जोड़ा जाय। या फिर मुस्लिम सिपाही बोर्ड बनाया जाय ।
अल्पसंख्यक मंत्रालय से आंशिक संशोधन के आदेश जारी करवाए जाए या फिर मुस्लिम सिपाही बोर्ड गठन कर के बहुत बड़े समाज को सम्मान प्रदान करे ।