बीकानेर,बदमाश बेखौफ होकर लूट, छीना-झपटी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। आमजन के साथ अब पुलिस कर्मचारियों को निशाना बनाने लगे हैं। मंगलवार को गंगाशहर थाना इलाके में एक हवलदार को पिस्तौल दिखाकर बदमाश कार छीन ले गए। वारदात के पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी कराई लेकिन वारदात के 22 घंटे बाद भी बदमाशों का पता चला न गाड़ी का कोई सुराग मिला।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दीपक शर्मा ने बताया कि हवलदार गजेन्द्र सिंह अपने मित्र चन्दनसिंह की कार लेकर घर से देशनोक जा रहा था। रात करीब दस बजे जोधपुर बाइपास पर गोविंद होटल से पहले दो युवक मिले, जिन्होंने बीकानेर बाइपास तक के लिए लिफ्ट मांगी, जिन्हें कार में बैठा लिया। उदयरासर बाइपास से थोड़ा आगे दो और युवक खड़े थे, जिन्होंने भी कार को रोकने का इशारा किया। तब कार में बैठे युवकों ने गाड़ी रोकने को कहा। दोनों युवकों ने उसे पकड़ लिया और थाप-मुक्कों से मारपीट करने लगे। बाद में चारों युवक कार में बैठ गए और मारपीट करने लगे।आरोपी उसके मुंह पर गमछा बांधने लगे। इस पर वह आरोपियों से खुद को छुड़ाकर भागा। तब आरोपी युवक कार को लेकर भाग गए। वह उदयरासर बाइपास पर भागते हुए आया। वहां कुछ लोग बैठे थे, जिन्हें आपबीती बताई। राहगीरों ने इस घटना के बारे में पुलिस व परिजनों को सूचना दी। गाड़ी के कागजात व हवलदार का मोबाइल भी कार में ही था।
पुलिस लाइन में तैनात है गजेन्द्र
विदित रहे कि उदयरामसर निवासी गजेन्द्र सिंह पुत्र मदनसिंह चारण पुलिस लाइन में पदस्थापित है। पिछले दिनों लूणकरनसर थाने में पदस्थापन के दौरान एक युवती के शव को बिना एसओपी अपनाए दफनाने के मामले में गजेन्द्रसिंह को निलंबित किया गया था। इसके बाद से यह पुलिस लाइन में तैनात है।
पुलिस पहुंची मौके पर, नाकाबंदी कराई
वारदात की सूचना मिलने के बाद गंगाशहर एसएचओ परमेश्वर मय टीम मौके पर पहुंचे। बदमाशों की धरपकड़ के लिए जिलेभर में नाकाबंदी कराई। सीओ गंगाशहर मुकेश सोनी के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गई। पुलिस टीमें बदमाशों की धरपकड़ के प्रयास कर रही है। पीडि़त ने पहले दो और बाद में चार युवकों के बारे में बताया। पिस्तौल थी या नहीं यह भी जांच का विषय है। पुलिस हवलदार की ओर से बताए गए घटनाक्रम की तस्दीक कर रही है।