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जयपुर। बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात तूफान गुलाब का राजस्थान में कोई खास असर नहीं होने की संभावना है। इस चक्रवात के कमजोर पडऩे के बाद 29 सितंबर से राजस्थान में मानसून की गतिविधियां एक बार फिर एक्टिव हो सकती हैं। 3 दिन बाद पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग के जिलों में बारिश का दौर शुरू होगा।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन चक्रवात में तब्दील हो गया है। यह चक्रवात तूफान आज उड़ीसा व उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों तक पहुंचेगा और धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात तक पहुंचेगा। इस चक्रवात का राजस्थान में कोई असर देखने को नहीं मिलेगा।
27 सितम्बर को बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया सिस्टम बनेगा और उसके दो दिन बाद एक और नया सिस्टम बनेगा। इन सिस्टम का असर राजस्थान में देखने को मिलेगा। मध्य प्रदेश की सीमा से लगते पूर्वी राजस्थान में इस सिस्टम से बारिश का दौर शुरू होगा, जो 29 सितम्बर से शुरू हो सकता है।
23 से 25 डिग्री के बीच पहुंचा रात का तापमान
राजस्थान में बीते दिनों हुई बरसात के कारण मौसम में मामूली ठण्डक घुल गई। इसका असर रात में देखने को मिलेगा। उदयपुर, चित्तौडग़ढ़, चूरू, अजमेर, नागौर समेत अन्य कुछ जिलों में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री से नीचे दर्ज हुआ। वहीं जयपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर समेत अन्य जिलों में न्यूनतम तापमान 25 और 26 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ।
अब तक सामान्य से 8 फीसदी ज्यादा बरसात
राजस्थान में सितम्बर में अब तक अच्छी बरसात होने के कारण इस बार बारिश सामान्य से 8 फीसदी ज्यादा हो गई। राज्य में आम तौर पर मानसून सीजन में औसतन 519रूरू बारिश होती है, लेकिन इस बार 25 सितम्बर तक 559रूरू बारिश हो गई। सबसे ज्यादा बरसात चूरू जिले में हुई जहां सामान्य से 62 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है, जबकि कोटा, जैसलमेर, बारां ऐसे जिले जहां सामान्य से 50 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।

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