बीकानेर,गौशालयों के अनुदान के लिए भौतिक सत्यापन को लेकर गो ग्राम सेवा संघ के राज्यव्यापी आह्वान पर बीकानेर गौशाला संघ के द्वारा आज जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री, पशुपालन मंत्री, गोपालन मंत्री को वह राज्य स्तरीय गोपालन समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
संगठन के अध्यक्ष सूरजमालसिंह नीमराना ने बताया कि वर्तमान में गौशालयों के प्रथम फैज के अनुदान की प्रक्रिया चल रही है, अनुदान हेतु ऑनलाइन आवेदन के बाद प्रत्येक अनुदान में आई गौशाला का भौतिक सत्यापन होता है। यह भौतिक सत्यापन 25 सितंबर तक होना है। परंतु वर्तमान में एनपीए की मांग को लेकर राजस्थान के सभी पशु चिकित्सक असहयोग आंदोलन कर रहे हैं। इस कारण से पूरे राजस्थान की गौशालाओं पर चारे का संकट मंडराने लगा है ,क्योंकि यदि समय पर गौशालाओं का भौतिक सत्यापन नहीं होता है, तो गौशालाएं अपने बिल वाउचर समय पर प्रस्तुत नहीं कर पाएगी और भविष्य में आ रहे चुनाव के कारण से चुनाव आचार संहिता लगने पर गौशालाओं का अनुदान खटाई में पड़ जाएगा।
इसलिए आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर डॉक्टर की उचित मांगों का निस्तारण करने, वह गौशालाओं के भौतिक सत्यापन अतिथि शीघ्र करवाने की मांग की।
इस अवसर पर बीकानेर गौशाला संघ के तहसील अध्यक्ष प्रेम कुमार गोदारा बरसींगसर, ने बताया कि हमारे बीकानेर की 206 गौशालाओं में से 151 गौशालाएं अनुदान के दायरे में है। यदि समय रहते इनका गौशालाओं का भौतिक सत्यापन नहीं हुआ तो अनुदान पर संकट खड़ा हो सकता है, और गौशालाएं महंगा चार खरीदने पर मजबूर हो सकती है।
संगठन के गोपी किशन अग्रवाल ने बताया कि अक्टूबर में खरीफ की फसल पर नये चारे की आवक होती है यदि 25 तारीख तक भौतिक सत्यापन नहीं हुआ तो गौशाला संचालकों को महंगे भाव से चार खरीदना पड़ सकता है क्योंकि भौतिक सत्यापन के बिना अनुदान का आवंटन नहीं होगा और आगे चुनाव भी आ रहे हैं हो सकता है कि चुनाव आचार संहिता लगने से हमारा अनुदान लटक जाए, इसलिए राज्य सरकार को आतिश शीघ्र पशु चिकित्सकों की मांग का निस्तारण करना चाहिए।
आज के ज्ञापान के प्रतिनिधि मंडल में पार्षद अनूप गहलोत, बलदेव दास भदानी, सहीराम पूनिया, सुनील व्यास,शंकर पारीक अकासर, प्रेम सिंह घुमांदा, एडवोकेट जलज सिंह जनवार,चंदवीर सिंह, चतुर दान, सत्यनारायण, रणवीर सिंह आदि उपस्थित थे।