बीकानेर बीकानेर पीपीएम हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा सरकार के खाते में 22 करोड पांच लाख रुपए जमा करवाना निश्चित रूप से यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं ।
भाजपा जिला प्रवक्ता एडवोकेट अशोक प्रजापत ने कहा की बीकानेर संभाग की सबसे बड़ी अस्पताल पीबीएम में एक और जहां वार्डों में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है,स्वच्छ शौचालय नहीं है, अच्छे बेड नहीं है बेड पर गद्दे नहीं है बेड पर लगाने के लिए स्वच्छ चादर नहीं है तकिया नहीं है कंबल नहीं है वार्डों में पंखे नहीं चल रहे हैं ट्यूब लाइट नहीं जल रही है छतों के प्लास्टर गिर रही है, ट्रॉमा सेंटर में आए दिन सिटी स्कैन मशीन, एक्स-रे मशीन एक्सरे प्रिंटर खराब पड़े रहते हैं जिससे दुर्घटना में घायल मरीजों को मेडिकल कॉलेज की ओर सुपर स्पेशलिटी या इधर-उधर बाहर जाना पड़ता है उनके लिए इस रकम से एक और नई सिटी स्कैन मशीन खरीद सकते थे, एक और मशीन लगने और मरीजों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते तो बीकानेर और आमजन का भला होता उन सब की व्यवस्था करने के बजाय राजस्थान सरकार अगर पीबीएम से पैसा वसूलने में लगी है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता ।
पीबीएम प्रशासन को इन पैसों का उपयोग अस्पताल के विकास कार्यों में और उसकी स्वच्छता और मरीजों की सुविधाओं का करना चाहिए था पी बी एम अधीक्षक पी के सैनी सरकार को खुश करने में लगे हैं और अपना कार्यकाल बढ़ाना चाहते हैं यह बीकानेर की जनता के साथ अन्याय है मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेज कर उक्त रकम को पीबीएम के विकास और मरीजों की सुविधा में मशीनरी का उपयोग के लिए पुनः लौटने का आग्रह करूंगा हूं।