बीकानेर,भारतीय साहित्य में गोमूत्र के अनेक लाभों का वर्णन किया गया है, इसके समर्थन में वैज्ञानिक प्रमाण भी उपलब्ध हैं।
गौमूत्र गाय से निकलने वाला एक गैर विषैला तरल अपशिष्ट है। गोमूत्र जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने, गंभीर बीमारियों वाले रोगियों में लंबे समय तक जीवित रहने की दर बढ़ाने के लिए तथा कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है।
गोमूत्र के औषधीय उपयोग हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में गोमूत्र का उपयोग कई दवाएं तैयार करने के लिए किया जाता है। यह वजन घटाने, पाचन संबंधी समस्याओं, एडिमा (शरीर के ऊतकों में फंसे द्रव के कारण होने वाली सूजन), विभिन्न हृदय और गुर्दे की बीमारियों के खिलाफ उलट प्रभाव में मदद कर सकता है। यह दस्त, पाचन क्षेत्र संक्रमण, पीलिया, बवासीर, एनीमिया (खून की कमी) और विटिगो (सफेद दाग) जैसे त्वचा रोगों का भी इलाज कर सकता है।
गोमूत्र की संरचना में 95% पानी, 2.5% यूरिया और शेष 2.5% में एंजाइम, हार्मोन, लवण और खनिज शामिल होते हैं। इसके अलावा, गोमूत्र में पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बनाने के लिए विभिन्न एंजाइम भी होते हैं। गोमूत्र में ए, बी, सी, डी और ई विटामिन भी मौजूद होते हैं।