जयपुर। राजस्थान से विदा होता मानसून जमकर मेहर बरसा रहा है। प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में कहीं मूसलाधार तो कहीं तेज बारिश तरबतर कर रही है। मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में तेज बारिश का दौर 26 सितंबर तक जारी रहेगा। उधर, राजस्थान में के चलते कई इलाकों के मुख्य मार्ग बंद हो गए हैं। कई बांधों के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। बांसवाड़ा का बेणेश्वर धाम बुधवार को एक दिन की झमाझम बारिश के चलते टापू में तब्दील हो गया है। गुरुवार को भी बेणेश्वर साबला पुल पर करीब 3 फीट, गनोड़ा पुल पर करीब 6 फीट और वालाई पुल पर तकरीबन 7 फीट पानी की चादर चली। धाम पर मंदिरों के पुजारी सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
राजस्थान में सितंबर की बारिश ने सामान्य बारिश के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया है। उधर, बीसलपुर बांध सहित प्रदेश के अधिकतर बांधों में पानी की आवक लगातर जारी है। करीब दर्जनभर से अधिक बांधों के गेट खोले जा चुके हैं और नदियां लगातार उफान पर चल रही है। मौसम विभाग ने 26 सितंबर तक भारी बारिश और 30 सितंबर तक मध्यम व हल्के दर्जे की बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। जबकि यह भी कहा जा रहा है कि इस बार मानसून 10 अक्टबूर तक ही राजस्थान से विदाई लेगा। गुरुवार को बारिश की बात करें तो बांसवाड़ा का बेणेश्वर धाम दूसरे दिन भी टापू बना रहा। उधर, बीसलपुर बांध में बीती रात से सवेरे 8 बजे तक 12 घंटे के दौरान 15 सेंटीमीटर पानी की आवक होने के बांध का जलस्तर 311.38 आरएल मीटर हो गया है। त्रिवेणी नदी की ऊंचाई 4.60 मीटर चल रही है और माना जा रहा है कि इसके चलते बांध का जलस्तर 313 मीटर तक पहुंचेगा।
खेतों में भरा पानी, फसलों को नुकसान
राजस्थान के कुछ इलाकों में बारिश का दौर रुक-रुककर तीन दिन से जारी है और तेज बारिश के चलते खेतों तक में पानी भरने से मूंग, मोठ, चवला व बाजरे की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। इधर, मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश का दौर आगे भी जारी रहने की संभावना है। ऐसे में किसान परेशानी में आ गए हैं और मुआबजे की मांग की जा रही है।
गुरुवार को मौसम का हाल
बेणेश्वर धाम दूसरे दिन भी टापू बना हुआ है। गुरुवार को बेणेश्वर साबला पुल पर करीब 3 फीट, गनोड़ा पुल पर करीब 6 फीट और वालाई पुल पर तकरीबन 7 फीट पानी की चादर चली।
घनघोर घटा के साथ बादलों ने अजमेर में डेरा डाल रखा है। बुधवार को पौने तीन इंच बारिश हुई थी और गुरुवार के लिए रेड अलर्ट जारी कर रखा है।
भिनाय में बीती देर रात एक घंटे तक झमाझम हुई थी और सवेरे हल्की बारिश जारी है।
जोबनेर में बारिश के चलते फरसों को नुक्सान हुआ है।
बीसलपुर बांध में बीती रात से सवेरे 8 बजे तक 12 घंटे के दौरान 15 सेंटीमीटर पानी की आवक होने के बांध का जलस्तर 311.38 आरएल मीटर हो गया है।
– राजधानी जयपुर में सवेरे तेज बारिश के बाद मौसम में तरावट आ गई। हालाकि पिछले कुछ दिनों से शहरवासियों को तेज बारिश का इंतजार है।
मौसम विभाग की चेतावनी
– 23 सितंंबर को अलवर, झुंझुनूं, सीकर, अजमेर नागौर, चूरू में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। जबकि भीलवाड़ा, टोंक, जयपुर, राजसमंद, सिरोही, पाली, जालौर और जोधपुर में कहीं-कहीं मध्यम व हल्के दर्जे की बारिश हो सकती है।
– 24 सितंबर को बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है जबकि कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, राजसमंद, उदयपुर, चित्तौडग़ढ़, सिरोही, भीलवड़ा, पाली, जालौर, जोधपुर, नागौर में कहीं-कहीं मध्यम व हल्के दर्जे की बारिश होगी।
– 25 सितंबर को बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर, डूंगरपुर जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। जबकि कोटा, झालावाड़, बूंदी, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़, सिरोही और भीलवाड़ा में मध्यम से हल्के दर्जे की बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान में बारिश की कोई चेतावनी नहीं है।
– 26 सितंबर को चित्तौडग़ढ़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, भीलवाडा़, कोटा, बारां, झालावाड़ में कहीं-कहीं भारी बारिश होगी। जबकि पश्चिमी राजस्थान के लिए बारिश की कोई चेतावनी नहीं है।