बीकानेर, शहरी क्षेत्र में बसों के ठहराव के प्वाइंट निर्धारित करने के लिए पांच विभागों के अधिकारी ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस दौरान यात्रियों की सुविधा और यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने सोमवार को आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर रोड, म्यूजियम सर्किल, पीबीएम अस्पताल और अन्य स्थानों पर निजी बसों के ठहराव की स्थिति का अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग, नगर निगम, यूआईटी, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी ज्वाइंट सर्वे करेंगे। इस टीम द्वारा बसों के विभिन्न स्थानों पर होने वाले ठहराव के सकारात्मक और नकारात्मक बिंदुओं की जांच की जाएगी और बसों के ठहराव के लिए स्थानों का निर्धारण किया जाएगा। उन्होंने मुख्य मार्गों पर साफ सफाई और सर्कल्स के सौंदर्यकरण कार्य की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि मार्गों पर गंदगी नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।
*राजस्थान मिशन 2030 के तहत आयोजित हों बैठकें*
जिला कलेक्टर ने राजस्थान मिशन 2030 के अन्तर्गत परामर्श बैठकों का आयोजन करने और इस दौरान प्राप्त सुझावों को विभागों को भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है। इसके क्रियान्वयन में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि छात्र प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों में रखरखाव का कार्य कर लिया जाए। नगर निगम द्वारा लाल की सफाई का नियमित अभियान चलाया जाए। साथ ही विद्युत पोल पर नंबरिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य समयबद्ध नहीं होने की स्थिति में अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिला कलेक्टर ने बकाया कृषि कनेक्शन, आंगनबाड़ी एवं सरकारी स्कूलों के बकाया विद्युत कनेक्शन शीघ्र करने के निर्देश दिए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं नगर निगम को सिंगल यूज प्लास्टिक की जब्ती की कार्यवाही नियमित रूप से करने के लिए निर्देशित किया और कहा कि बाहरी क्षेत्रों से आने वाली बसों का भी निरीक्षण किया जाए। वन विभाग को अवैध खनन की रोकथाम के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) जगदीश प्रसाद गौड़, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र सिंह मीणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।