बीकानेर,महापौर चुनाव 2019…मैं कांग्रेस की टिकट मांगी मुझे नहीं मिली तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ने का निश्चय किया थोडा कंफ्यूजन था मगर मुझे शुरू से पूर्ण विश्वास था हर परिस्थिति में मैं चुनाव जीतुगा क्योंकि जब से पार्षद का चुनाव शुरू हुआ है तब से वार्ड का एक-एक वोटर मेरे टिप्स पर है एक चुनाव को छोड़कर सारे चुनाव मेरे फेवर में रहे हैं मैंने चुनाव बहुत स्वाभिमानी तरीके से लड़ा है जिसके साथ मेरे विचार नहीं मिलते उनके घर में वोट मांगने भी नहीं गया यह बात में घमंड में नहीं बोल रहा हूं मैं भी एक मनुष्य हूं हो सकता है मेरी सोच का लेवल छोटा हो या उनकी सोच का लेवल बड़ा हो या उनकी सोच का लेवल छोटा हो कुछ भी हो सकता है अब खेल शुरू होता है चुनाव से 4 दिन पहले दो मंत्री एक एमएलए का फोन आता है की मनोज जी चुनाव जीतोगे तो कांग्रेस का सपोर्ट करोगे चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी द्वारा प्रत्याशियों को आर्थिक सहायता भेजी गई मैं निर्दलीय था तो मेरे पास भी एक दो व्यक्ति है अलग-अलग मगर मैंने उनको स्पष्ट मना कर दिया कि मेरे को आशीर्वाद चाहिए और मैं कुछ भी नहीं चाहता तो मैंने उनको बैरग लोटा दिया 16 नवंबर को चुनाव हों गये 17 नवंबर को बीजेपी के लोग मेरे से संपर्क करते हैं और मेरी एक मीटिंग भी हो जाती है 17 तारीख को रात को एक एमएलए का फोन आता है मुझे घर पर बुलाते हैं और कांग्रेस के समर्थन की बात करते हैं उसके बाद में दूसरे दिन कांग्रेस के नेता मेरे घर पर आते हैं फिर यही कार्यक्रम चलता है उसके बाद में 18 तारीख को मैं होलसेल भंडार के अध्यक्ष स्वर्गीय लाखन सिंह जी और पूर्व पार्षद शिवरी चौधरी के पास जाता हूं और उन्हें पूरी स्थिति बताता हूं जब मैं लाखन सिंह जी के घर पर बैठा था तो देवी सिंह जी भाटी के यहां से फोन आता है की आपको मधुबन बुला रहे हैं तो लखान सिंह जी और शिवरी चौधरी जी ने रिजल्ट का यह इंतजार करने को कहा 19 तारीख को इस रिजल्ट आता है और मैं चुनाव जीत जाता हूं उसके बाद बधाईयो के फोन आते हैं फिर खेल शुरू होता है खरीद तय फोकत का बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के फोन आने शुरू हो जाते हैं सबसे पहले बीजेपी 15 लाख का ऑफर देता है उसके बाद में कांग्रेस की तरफ से 14 लाख का ऑफर आता है मगर स्वाभिमान गिरा कर समर्थन नहीं करना ऐसे पैसे नहीं चाहिए जो जमीर को मार दे दो मंत्रियों के फोन आते हैं एक पूर्व विधानसभा प्रत्याशी का भी फोन आता है बीजेपी वालों से एक होटल में मुलाकात होती है मगर मैं स्पष्ट मना कर दिया कि मैं बिना पैसे वोट दूंगा फिर सुबह 22 नवंबर को लाखन सिंह जी के के घर पर शिवरी आंटी के साथ मीटिंग होती है और उनको पूरी स्थिति बताता हूं लाखन सिंह जी और शिवरी आंटी बोलते हैं की जो आपको अच्छा लगे वह करो फिर मैं मानस बना लिया कि मैं कांग्रेस को वोट दूंगा और बिना पैसे दूंगा फिर मैं वही किया जो मेरे स्वाभिमान और मेरे दिल ने कहा और मैं कांग्रेस को वोट दिया अगर आप पता करना चाहो तो महापौर प्रत्याशी अंजना जी खत्री से भी सौगंध दिलाकर पूछ सकते हो अगर मैं ₹1 भी लिया है तो और निगम से साढे तीन साल में₹1 भी कमाया है तो भी मेरी साथी पार्षदों से और निगम के अधिकारियों से पूछ सकते हो थोड़ा खुलासा और करूंगा उस टाइम का मगर फिर कभी..🙏🙏
गुरु जंभेश्वर भगवान साक्षी यह जो बातें लिखी है पूर्णता सत्य है .…🙏🙏