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बीकानेर,भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , श्री विप्र महासभा , ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन की ओर से आहूत 11 वे चातुर्मास पूजन अनुष्ठान भादवा मास में जारी है

11 वा चातुर्मास पूजन अनुष्ठान के प्रभारी लीलाधर आसोपा ने बताया कि 11वें चातुर्मास पूजन अनुष्ठान के भादवा मास में श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर पाँच दिवसीय दिव्य व विशेष अनुष्ठान बड़ा बाज़ार बीकानेर के लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में स्थित गढ़ गणेश मंदिर में प्रातः 11.00 बजे अखंड ज्योत एवम् भगवान श्री कृष्ण की 11000 तस्वीरो को सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित करने के अनुष्ठान के साथ शुरु हुवा

सह प्रभारी शंकर लाल जोशी प्रेम नारायण व्यास ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव का दिव्य एवम् विशेष अनुष्ठान शिवबाडी के महंत स्वामी श्री विमराशानंद जी महाराज के सानिध्य में एवम् 11 वे चातुर्मास में समर्पित पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच ( राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा ) की मंगल उपस्थिति में हुवा अनुष्ठान में आध्यात्मिक सानिध्य श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी श्री शंकर सेवग पुजारी श्री नवरत्न सेवग , पुजारी श्री बुलाकी सेवग , पुजारी श्री श्याम देराश्री दाधीच (ओझा) समाज संपत्ति ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री गोविंद लाल ओझा श्रीमती संपत दायमा प्रधान संपादिका सनातन दर्पण पत्रिका श्री नवल कल्ला श्री अशोक सोनी का प्राप्त हुवा सनातन संस्कृति के प्रति समर्पित सभी उपस्थित विद्वान जनों ने सर्वप्रथम पूजनीय श्री गणेश जी भगवान
का पूजन कर भगवान श्री हरि विष्णु श्री कृष्ण भगवान आदि के साथ अभिमंत्रित होने वाली भगवान श्री कृष्ण की 11000 तस्वीरो का वैदिक मंत्रोचार से पूजन कर अखंड ज्योत प्रज्वलित की पूजन पंडित श्री कैलाश जाजडा पंडित श्री मनीष ओझा पंडित श्री राजा देराश्री ने कराया
उदबोधन
11 वे चातुर्मास पूजन अनुष्ठान में समर्पित पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच ( राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन ) ने कहा कि सनातन संस्कृति में भगवान श्री कृष्ण के जीवन चरित मनुष्य के सर्वांगीण विकास , जीवन में कर्म की प्रधानता ,अधर्म के विरुद्ध लड़ने ,मानव कल्याण एवं परोपकार, दया, करुणा के आदर्शों हेतु प्रासंगिक है जो सनातन संस्कृति का मूल है वर्तमान समय में देश में बढ़ रही पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव एवम् सनातन संस्कृति के प्रति दुष्प्रभाव को रोकने हेतु सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार महत्ती आवश्यकता बन चुकी हे इसी उद्देश्य से पिछले 41 वर्षों से किए जा रहे प्रयासों को गति देने के हेतु 11 वे चतुर्मास के अन्तर्गत लगातार पाँच माह तक धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हे जिसमें विशेष त्योहारों को दिव्य व विशेष अनुष्ठान के अन्तर्गत मनाया जा रहा है जिससे युवा पीढ़ी में सनातन धर्म के प्रति अधिकाधिक जुड़ाव व भाव बने
शिवबाडी महंत स्वामी श्री विमर्शानंद जी महाराज ने कहा कि देश काल युग में एक मात्र सनातन संस्कृति ही रही है जिसका ना कोई आदि है ना कोई ,मनुष्य में मनुष्यता बनाने , आदर्श व्यक्ति बनाने एवं संस्कारों का निर्माण करने की शक्ति मात्र सनातन संस्कृति में ही है इससे विमुखीकरण पतन का कारण बन रहा है सनातन संस्कृति के आयोजन एवम् प्रचार प्रसार महती आवश्यकता है श्री दाधीच द्वारा इस क्षेत्र में बाल्यावस्था से की जा रही साधना एवम् निरंतर प्रयास महत्वपूर्ण रहे हे 11वे चातुर्मास के अन्तर्गत लगातार पाँच माह के विविध अनुष्ठान सनातन वातावरण का निर्माण करने में महत्ती भूमिका निभायेंगे महाराज श्री ने सभी सनातन धर्मावलम्बी को इन अनुष्ठान में तन मन धन से जुड़ने का आह्वान करते हुवे श्री कृष्ण के आदर्शों एवम् सनातन धर्म के विविध पहलुओं पर विस्तृत विवेचना की
लक्ष्मीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी श्री शंकर सेवग ने कहा कि बीकानेर धर्म नगरी एवं छोटी काशी के रूप में देश भर में विख्यात है यहाँ के लोगो का आपसी भाईचारा दया करुणा प्रेम विशेषता है धार्मिक अनुष्ठान हमारी सनातन परंपरा की जीवंतता एवम् युवा पीढ़ी के पथ प्रदर्शन हेतु आवश्यक हे 11 वे चातुर्मास के धार्मिक अनुष्ठानो ने बीकानेर में गली गली मोहल्ले मोहल्ले में सनातनी माहोल बनाया है जो हमारे सनातन धर्म हेतु शुभ संकेत है सभी सनातनी भाई बहनों को इस अनुष्ठान के आयोजनों में जुड़ना चाहिए ताकि सनात धर्म के प्रचार प्रसार की इस मुहिम को गति मिले
इ अनुष्ठान में श्री ओमप्रकाश भादानी एडवोकेट श्री शिव कुमार व्यास श्री मक्खन लाल आचार्य राकेश आसोपा विष्णु ओझा गिरिराज रतन तिवाड़ी नवीन दाधीच ओमप्रकाश शर्मा शिव शंकर बहड ओमप्रकाश तिवाड़ी गोपीकृष्ण स्वामी नवरत्न साँखी रजत दाधीच प्रवीण दाधीच ममता शर्मा मंजुलता आसोपा प्रगति श्रेया आदि सहित महिला पुरुषों ने पूजन किया

श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में मुख्य पूजन के साथ जिले / शहर के 108 श्री हरि विष्णु श्री कृष्ण मंदिरों में पूजन एवं आरती के आयोजन सनातन भक्तों के द्वारा अपने-अपने निवास स्थान के नजदीक स्थित मंदिरों में एक साथ किए जाएंगे तथा माखन मिश्री का भोग लगाया जाएगा

बीकानेर में हो रहा 11 वा चातुर्मास अनुष्ठान दिव्य एवम् भव्य हो रहा है जिसमें सभी सनातनी आमंत्रित है

108 मंदिरों में दिव्य होगा सामूहिक पूजन

श्री कृष्ण जन्मोत्सव 7 सितंबर 2023 पर शहर / ज़िले के 108 श्री हरि विष्णु श्री कृष्ण मंदिरों में सनातन भक्त अपना नाम ब गोत्र के साथ संकल्प लेते हुए शहर , प्रदेश, देश की खुशहाली के साथ अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए पूजन आदि करेंगे ।

एक मंदिर की पूजा भी 108 मंदिरों की पूजा की फलदाई होगी
शास्त्रों के अनुसार सामूहिक पूजन अनुष्ठान का फल शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं को मिलता है भादवा मास में आहूत कियें जा रहे 108 मंदिरों के सामूहिक पूजन अनुष्ठान में एक मंदिर में संकल्प के साथ पूजन व आरती आदि करने वाले सनातन भक्तों को संपूर्ण 108 मंदिरों में पूजन एवं आरती आदि का दिव्य व अलौकिक फल मिलेगा ।

मंदिरों के प्रस्ताव सनातन भक्तो से 4 सितंबर 2023 तक आमन्त्रित किए गए है

शहर/ ज़िले के श्री हरि विष्णु श्री कृष्ण आदि 108 मन्दिरो का पंजीकरण शुरू कर दिया है कोई भी सनातन भक्त अपने निवास स्थान के नज़दीक के मंदिर में इस सामूहिक अनुष्ठान की पूजा कर सकेगा इस हेतु मंदिर का नाम पुजारी का नाम अपना नाम सहित पंजीकरण 4 सितंबर 2023 तक करया जा सकेगा

सामूहिक पूजन अनुष्ठान में शामिल होने वाले भक्तों को क्या करना है – इस सामूहिक पूजन अनुष्ठान में सहभागी बनने वाले भक्त / भक्तों को अपनी श्रदा अनुसार माखन , मिसरी का भोग ,माला व दक्षिणा पुजारी को दे करके पूजन करवा करके भोग लगवाना है तथा प्रसाद उपस्थित भक्तों में बाँटना है सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित तस्वीरे प्राप्त करके भी निःशुल्क बाँटी जानी हैजो 6 सितंबर रात्रि 9.00 बजे तक प्राप्त की जा सकेंगी

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