बीकानेर,भाषा, साहित्य, संस्कृति, कला, इतिहास और सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र में कार्यरत ख्यात संस्था राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ ने समाज सेवा सम्मान और इतर साहित्यिक लेखन पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। घोषणा करते हुए संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय अवदान के लिए अर्पित किया जाने वाला प्रतिष्ठित रामकिशन उपाध्याय समाज सेवा सम्मान इस वर्ष जसवंतगढ के प्रख्यात समाजसेवी 90 वर्षीय बजरंगलाल तापड़िया को और इतर साहित्यिक लेखन के मान के लिए इसी वर्ष से प्रारम्भ किया गया सुरेश कंचन ओझा लेखन पुरस्कार गाजियाबाद के 74 वर्षीय वरिष्ठ चिंतक-लेखक डॉ. मुरारीलाल अग्रवाल को उनकी 400 पृष्ठीय पर्यावरण सम्बन्धी पुस्तक के लिए अर्पित किये जायेंगे। संस्था के मंत्री रवि पुरोहित ने बताया कि ये पुरस्कार 14 सितम्बर, 2023 को श्रीडूंगरगढ में आयोज्य भव्य समारोह में अर्पित किये जायेंगे। सम्मानित-पुरस्कृत व्यक्तित्व को ग्यारह हजार रूपये नगद राशि के साथ सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल आदि अर्पित किए जायेंगे। उक्त के अलावा किशनगढ के वरिष्ठ लेखक डॉ. सतीश कुमार को शैक्षिक नवाचारों से जुड़े लेखन और कोटा की साहित्यकारा डॉ. वीणा अग्रवाल को उनके समग्र सांस्कृतिक-साहित्यिक और सामाजिक अवदान के लिए संस्था द्वारा शब्दशिल्पि सम्मान से समादृत किया जाएगा।
बजरंगलाल तापड़िया- समाज सेवा के पर्याय तापड़िया का जन्म 25 नवम्बर, 1934 को जसवंतगढ में हुआ। विद्यालयों को भौतिक एवं मानवीय संसाधन उपलब्ध करवा कर शिक्षा के स्तर एवं सह-शैक्षिक गतिविधियों का सुधार ही जीवन का लक्ष्य। 2017 से 2022 तक 543 अध्यापक विद्यालयों को उपलब्ध करवाने का सेवा-समर्पित कार्य। कक्षा कक्ष, ट्यूब वैल, पौधारोपण, कम्प्यूटर आदि उपलब्ध करवाने के साथ बालिका शिक्षा के क्षेत्र में विशेष अवदान।
महामहोपाध्याय डॉ. मुरारीलाल अग्रवाल- प्रख्यात शोध निर्देशक, 50 से अधिक पुस्तकों के लेखक, 35 से अधिक राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पुरस्कारों-सम्मानों से समादृत स्वर्ण पदक विजेता डॉ. मुरारीलाल का जन्म 5 जनवरी, 1949 को हुआ। अध्यापक चयन समिति विशेषज्ञ, 30 से अधिक शोधार्थियों के शोध-निर्देशक, साहित्य अकादमी, दिल्ली, राज्य सरकारों द्वारा प्रकाशित ग्रंथों के सम्पादक डॉ. अग्रवाल का संस्कृति, संस्कृत और पर्यावरण के क्षेत्र में पांच दशकों से अधिक समय से समर्पित हैं।