बीकानेर, खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में खरतरगच्छाचायर्य श्री जिन पीयूष सागर सूरिश्वरजी म.सा. के आशीर्वाद से मंगलवार को छह दिवसीय शत्रुंजय तीर्थ (पालीताणा संघ) यात्रा लालगढ़ स्टेशन से रवाना हुआ। संघ में 950 श्रावक-श्राविकाएं, 50 से अधिक कार्यकर्ता सहित रवाना हुएं है। सूरत, कोलकाता, दिल्ली सहित बीकानेर के करीब 250 श्रावक-श्राविकाएं सूरत, अहमदाबाद आदि स्थानों से पालीतणा के लिए प्रस्थान करेंगे।
बीकानेर के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जैन यात्री सामूहिक रूप् से खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रम में जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ पालीतणा रवाना हुए हैं। संघ के लाभार्थी परिवार बाबू लाल, गेवरचंद, संतोकचंद, मनु मुसरफ परिवार, थानमल पवन कुमार बोथरा, परिवार व रस रसना परिवार है।
लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, जैन पाठशाला सभा के अध्यक्ष विजय कोचर, श्री खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी महोत्सव समिति के राष्ट्रीय संयोजक ललित कुमार नाहटा (दिल्ली), व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष डी.पी.पच्चीसिया, उद्योग संघ के अध्यक्ष मन मोहन कल्याणी, जैन महासभा के सुरेन्द्र बद्धाणी, भारत जैन महामंडल के विजय बांठिया, पार्षद आदर्श शर्मा, उद्योगपति गणेश बोथरा, नरेश मितल, तेरापंथ परिषद उदासर के पवन महनोत के साथ अखिल भारतीय साधुमार्गी संघ, जैन श्वेताम्बर तपागच्छ, खरतरगच्छ, पार्श्वचन्द्र गच्छ, सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, जैन यूथ क्लब, दिग्म्बर जैन समाज के पदाधिकारियों, तेरापंथ, शांतक्रांत संघ के पदाधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर नवंकार महामंत्र का जाप व जय जिनेन्द्र का उद्घोष करते हुए तथा पंचरंगी जैन ध्वज फहराते हुए श्रावक-श्राविकाओं को रवाना किया।
शत्रुंजय तीर्थ पालीतणा यात्रा संघ बीकानेर से जुड़े मनीष नाहटा ने बताया कि पिछले अनेक कार्यकर्ता एक माह से अधिक समय से यात्रा की तैयारियों में लगे । सभी यात्रियों को पहचान पत्र जारी किया गया है तथा रास्ते में चाय, पानी, नाश्ते व खाने की व्यवस्था की गई। कार्यकर्ता सेवा भावना के साथ मनुहार करते हुए यात्रियों की सेवा करते हुए यात्रा करवा रहे है। उन्होंने बताया की उद्यमपुर-भाव नगर (गुजरात) रेलगाड़ी को पूर्ण रूप से आरक्षित किया गया है। इसी रेलगाड़ी से यात्रियों का संघ 27 अगस्त को सुबह चार बजे भाव नगर स्टेशन से रवाना होकर अगले दिन बीकानेर पहुंचेंगे।
आयोजन से जुड़े मनु, संदीप व पुनेश मुसरफ ने बताया कि 23 अगस्त को दोपहर तीन बजे पालीतणा में संघ की ओर से सामूहिक गुरु वंदन किया जाएगा व प्रवचन का लाभ लिया जाएगा। अगले दिन 24 अगस्त को सुबह साढ़े पांच बजे शत्रुंज्य गिरि की यात्रा सामूहित रूप् से की जाएगी। भक्तामर महापूजन 108 जोड़ों द्वारा 25 अगस्त को किया जाएगा। इसी दिन शाम चार बजे गिरी बधावणा का कार्यक्रम शत्रुंज्य तलेटी पर रखा गया है, जिसके लिए चतुर्विद संघ के साथ वरघोडे़ के रूप् में तलेटी की यात्रा की जाएगी। संधपति अभिनंदन प्रवचन के बाद सुबह साढ़े नौ बजे होंगा। इसी दिन दोपहर दो बजे दादा गुरुदेव की बडी पूजा होगी। इसी दिन रात को साढ़े ग्यारह बजे बसों से श्रावक-श्राविकाएं प्रस्थान कर भाव नगर पहुंचेगी । भाव नगर से 27 अगस्त को सुबह चार बजे बीकानेर यात्रियों का जत्था रवाना होगा।
श्री खरतरगच्छ सहस़्त्राबदी महोत्सव समिति के राष्ट्रीय संयोजक बीकानेर मूल के दिल्ली प्रवासी ललित कुमार नाहटा ने बताया कि श्रीपालीतणा तीर्थ की पावन धरा पर खरतरगच्छाचार्य श्री जिन पीयूष सागर के चातुर्मासिक प्रवेश के बाद 2 जुलाई 23 से ही विभिन्न तपस्याएं, नित्य प्रवचन के कार्यक्रम चल रहे है। पर्युषण पर्व के दौरान 2500 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने देव, धर्म व गुरु की भक्ति व तपस्याएं की। खरतरगच्छाचार्यजी के सानिन्नध्य में उपधान तप,निन्यानु यात्रा, सहस्त्राब्दी महोत्सव आदि कार्यक्रम होंगे।