बीकानेर ,बीकानेर जैसलमेर स्थित सम के धोरों पर बने डेजर्ट कैंप बीकानेर के रायसर में भी तैयार किए गए हैं। पिछले कुछ सालों की बात करें, तो यहां एक या दो नहीं, करीब 15 डेजर्ट कैंप खुल चुके हैं।
सर्दियों के सीजन में बड़ी संख्या में यहां पर स्थानीय और देशी-विदेशी पर्यटक धोरों का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं। पर्यटकों की रुचि के बढ़ने के साथ ही अब यहां अवैध कैंप भी खड़े हो गए हैं। पिछले कुछ सालों में इस ओर कोई ध्यान भी नहीं दिया गया। हालांकि, अब पर्यटन विभाग पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए अवैध कैंपों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
विभाग की ओर से इन सभी कैंपों को चिन्हित कर नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ग्रामीण पर्यटन योजना के तहत रजिस्ट्रेशन रायसर सहित अन्य स्थानों पर स्थित डेजर्ट कैंपों और ग्रामीण क्षेत्रों में बने पर्यटन फार्म हॉउस का आवेदन कर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। ग्रामीण पर्यटन योजना के तहत संचालक पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके बाद उन्हें विभाग की ओर से लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।
कैंपों के लिए यह अनिवार्य
कैम्पिंग साइट शुरू करवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। इसे शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग के सम्बंधित पर्यटक स्वागत केंद्र की ओर से ग्रामीण क्षेत्र की कृषि भूमि पर अनुमोदित पर्यटन इकाई जो न्यूनतम एक हजार वर्गमीटर एंव अधिकतम 1 हेक्टेयर पर स्थापित हो। साथ ही 10 फीसदी भू-भाग पर टेंटों में अस्थाई आवास एवं भोजन व्यवस्था अनुमत होगी। शेष 90 फीसदी भाग का उपयोग पर्यटकों को ग्रामीण परिवेश का अनुभव उपलब्ध करवाने के लिए किया जाना अनिवार्य है। इसके लिए 15 फिट की एप्रोच रोड होनी भी अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन किया जा सकता है।