बीकानेर, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सोमवार को घर-घर औषधि योजना के तहत औषधीय पौधों के वितरण और वन्य जीव शिकार प्रकरणों के संबंध में समीक्षा बैठक ली।
इस दौरान वन मंत्री ने निर्देश दिए कि घर-घर औषधि योजना के तहत चिन्ह्ति ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डों के अलावा अपने आस-पड़ौस में भी इन पौधों का महत्व समझाकर इसका प्रचार-प्रसार करें। अधिक से अधिक लोगों में इस योजना के प्रति जागरुकता आए और इसका लाभ उठा सकें, ऐसा प्रयास हो। उन्होंने कहा कि पौधारोपण करते समय नहर किनारे अधिक से अधिक इमली, जाल, गंुदा, गुंदी, जामुन आदि प्रजातियों एवं नहर क्षेत्र के अलावा जाल, कुमठा, खेजड़ी, केर आदि प्रजातियों का समावेश कर पौधारोपण किया जाए।
वन मंत्री ने लंबित वन्य जीव शिकार प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही करते हुए सक्षम न्यायालय में चालान पेश करने के निर्देश दिए तथा जिन प्रकरणों में नाम ना मालूम, अदम पता, गवाह आदि नहीं है, ऐसे प्रकरणों को एफआर हेतु प्रस्तुत किया जाए।
बैठक में संभागीय मुख्य वन संरक्षक जय प्रकाश, उप वन संरक्षक रंगास्वामी ई., उप वन संरक्षक वीरेन्द्र जोरा, सुरेश कुमार आबूसरिया, डॉ. सुनील गौड़ तथा वीरभद्र मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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