बीकानेर पश्चिम मुरलीधर व्यास नगर में शुरू हुए कन्या महाविद्यालय में अब छात्राएं अपनी मातृभाषा के रूप में राजस्थानी विषय को भी पढ़ सकेंगे तथा अपनी संस्कृति और भाषा को आगे बढ़ा सकेंगे ये उद्गार व्यक्त करते हुए बी डी कल्ला ने राजस्थानी मोट्यार परिसद को आश्वस्त किया।
विदित है कि इससे पूर्व ही राजकीय बालिका विद्यालय बारहगुवाड़ में भी राजस्थानी विषय की स्वीकृति शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला ने मोट्यार परिसद की मांग पर प्रदान की।
राजस्थानी मोट्यार परिसद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ गौरीशंकर प्रजापत, वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा, संस्कृति कर्मी और राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र जोशी, श्रीमती सुधा आचार्य,राजेश चौधरी,रामोवतार उपाध्याय , डॉ नमामी शंकर आचार्य, हिमांशु टाक, कमल किशोर मारू, भगवाना राम आदि प्रतिनिधित्व मंडल में शामिल लोगों ने डॉ बी डी कल्ला का आभार प्रकट किया । डॉ गौरीशंकर प्रजापत धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री जी का राजस्थानी भाषा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रहा है। इन्होंने उन सभी विद्यालयो में राजस्थानी विषय की स्वीकृति प्रदान कि है, जहां से प्रस्ताव आया है, इस से पहले देशनोक में, राजकीय शार्दूल स्कूल बीकानेर, राज. नत्थूसर बास बालिका विद्यालय में राजस्थानी विषय शुरू करवा चुके हैं इसके लिए उनका हृदय से अभिनंदन आभार प्रकट करते हैं राजस्थानी साहित्य की बढ़ोतरी से राजस्थानी साहित्य,संस्कृति,रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षा अधिकारी, शिक्षाविद सुनील बोड़ा ने बारह गुवाड़ स्कूल और मुरलीधर व्यास नगर महाविद्यालय में राजस्थानी विषय स्वीकृति पर प्रसन्नता व्यक्त की।