बीकानेर, सरकारी विभागों में आमजन के काम समय पर करवाने और उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण के उददेश्य से हर माह विभिन्न स्तरों पर आयोजित हो रही जनसुनवाई के सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं।
बीकानेर निवासी ललिता विज का निगम से अपने पैतृक निवास का पट्टा जारी करवाने का काम लम्बा समय से रुका था। नवम्बर 2022 में ललिता विज ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में अपना प्रकरण जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के समक्ष प्रस्तुत किया। जिला कलेक्टर ने निगम को दस्तावेजों की जांच करवाते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने फरवरी 2023 में उनके प्रकरण को सतर्कता समिति में दर्ज करवाया। उन्होंने अपने प्रकरण में पिता द्वारा की गई गिफ्ट डीडी की प्रतियां तो उपलब्ध करवाई थी, लेकिन उनके पास इसके अतिरिक्त पूर्व में जारी पट्टा या अन्य साक्ष्य उपलब्ध नहीं थे। नगर विकास न्यास के पास भी पट्टे सम्बंधी कोई रिपोर्ट नहीं मिल सकी। इसके बाद जिला कलेक्टर ने सम्बंधित विभागों को दस्तावेज तलाश करने के निर्देश दिए। उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग द्वारा इस सम्बंध में ललिता विज के पिता की गिफ्ड डीड की प्रमाणित प्रतियां उपलब्ध करवाई गई। अप्रैल 23 में जिला कलेक्टर ने ये दस्तावेज निगम को उपलब्ध करवा कर पट्टा जारी करने की कार्यवाही करने को कहा। निगम द्वारा 8 जुलाई को ललिता विज को सादुल कॉलोनी स्थित उनके पैतृक निवास का पट्टा जारी कर दिया गया। पट्टे की कॉपी हाथ में लिए ललिता विज ने कहा कि उन्हें अपना हक दिलवाने में जनसुनवाई की बड़ी भूमिका रही। जिला स्तरीय सतर्कता समिति में प्रकरण दर्ज करने के बाद इसकी नियमित समीक्षा से ही उन्हें यह प्रमाणित दस्तावेज प्राप्त हो सके तथा निगम द्वारा उनका पट्टा जारी किया गया। इसके लिए उन्होंने जिला कलेक्टर का आभार व्यक्त किया।