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बीकानेर,जयपुर,भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान की मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) और ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) ने 27 और 28 जुलाई 2023 को ‘निर्माण गुणवत्ता’ पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया। इस सेमिनार की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल ए अरुण, चीफ ऑफ स्टाफ, दक्षिण पश्चिमी कमान ने की और जिसमे दक्षिण पश्चिमी कमान के मुख्य अभियंता के साथ जयपुर जोन के ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज की चीफ इंजीनियर श्रीमती कनिका कालिया भी शामिल थी।

सेमिनार का उद्देश्य निर्माण के क्षेत्र में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में सुधार की दिशा में विभिन्न क्षेत्रों की बेहतर समझ और जागरूकता हासिल करना था । लेफ्टिनेंट जनरल ए अरुण ने गुणवत्ता और निष्पादन की महत्व पर जोर देते हुए कहा, कि यह सुनिश्चित करे कि अंतिम उत्पाद उपयोगकर्ता की आकांक्षाओं, निर्माण की गति और स्थिरता को पूरा करता हो। उन्होंने कहा कि यह सेमिनार बीआईएस और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के बीच अधिक तालमेल की सही दिशा में एक कदम है ।श्रीमती कनिका कालिया, निदेशक, बीआईएस, जयपुर ने इस पहल के लिए मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के प्रति अपना आभार और सराहना व्यक्त की और साझा विशेषज्ञता हासिल करने के उद्देश्य से इस तरह की और बातचीत का आश्वासन दिया। पहले दिन के कार्यक्रम में भवन निर्माण सामग्री और निर्माण से संबंधित मौजूदा मानकों पर कार्यशाला और बीआईएस जयपुर के राष्ट्रीय परीक्षण गृह का दौरा शामिल था।

सेमिनार के दूसरे दिन की अध्यक्षता दक्षिण पश्चिमी कमान के चीफ इंजीनियर मेजर जनरल विक्रम गुलाटी ने की और इसमें जीओसी 61 सब एरिया और स्टेशन कमांडर भी शामिल थे जिसमे विभिन्न निर्माण कंपनियों और उत्पाद निर्माताओं के गुणवत्ता प्रबंधन पर बातचीत की गईI बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने के लिए, विभिन्न विक्रेताओं द्वारा निर्माण क्षेत्र में नवीनतम उत्पादों और नई प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी आयोजित किया गया था। चीफ इंजीनियर दक्षिण पश्चिमी कमान ने गुणवत्ता के महत्व को दोहराया और अधिकारियों को अब अपने संबंधित परियोजनाओं में सेमिनार के निष्कर्षों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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