बीकानेर,भीनासर स्थित गोचर भूमि पर अतिक्रमण को लेकर दोनों पक्ष अब आमने सामने हो गये है। पार्षद बजरंग सोखल द्वारा चंद प्रभावलशाली लोगों पर गोचर भूमि में अतिक्रमण के आरोप को श्री मुरली मनोहर गोचर संरक्षण समिति ने खारिज किया है। प्रेस वार्ता में समिति के अध्यक्ष कैलाश सोलंकी ने बताया कि गोचर की भूमि में खसरा संख्या 27 पर कुछ लोगों ने अपने मकान बना रखे है। वे गौवंश रखकर वहां इससे संबंधित कार्य कर कब्जे किये हुए है। इस गोचर की शेष खुली पड़ी भूमि पर इन अतिक्रमियों ने पशु बांधना,गाड़ियां खड़ा करना,थेपड़ियों के पिन्डारे बनाकर अस्थाई कब्जा किया जा रहा है। जिसको बचाने के लिये समिति की ओर से पूर्व में लगाएं गये पिल्लर व तारबंदी को पुन:लगाया गया तो इन्हीं कब्जाधारियों ने उन्हें तोड़ डाला और जबरन गौमाता की आड़ में तारंबदी करने से रोका टोकी कर रहे है। जबकि समिति की ओर से किसी प्रकार का कब्जा नहीं किया जा रहा है। बल्कि समिति गोचर के संरक्षण के लिये ही काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये कब्जाधारी अवैध मादक पदार्थों,जुआ-सट्टा जैसे अनैतिक कृत्य कर रहे है। वहीं पार्षद के साथ मिलकर समिति के लोगों को ही कब्जाधारी बता रहे है। जो सरासर गलत है। प्रेस वार्ता में योगेश गहलोत,ताराचंद नोखवाल,निर्मल शर्मा,रमेश गहलोत आदि भी मौजूद रहे।
प्रशासन को समिति करेगी आगाह
उपाध्यक्ष शिव गहलोत ने बताया कि भीनासर गोचर भूमि को बचाने के लिये समिति की ओर से अनेक बार आन्दोलन किये गये है। चाहे वो इस भूमि पर जेल बनाने का निर्णय हो या डॉग हाउस बनाने का। इतना ही नहीं इस भूमि पर कॉलोनी काटने व योग संस्थान को आवंटन के समय भी न्यायालय की लड़ाई लड़ी गई। बाद में भामाशाहों की मदद से पौधरोपण किया गया। जो अनवरत जारी है। गहलोत ने कहा कि अगर सरकार व प्रशासन अब भी नहीं चेतता है तो समिति की ओर से आन्दोलन का रूख अपना पड़ेगा। जिसके तहत सोमवार को जिला कलक्टर,एसपी,उपखंड अधिकारी,तहसीलदार को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।