बीकानेर,शिक्षा के क्षेत्र में परचम फहराने वाले बीकानेर के होनहार बेटे बेटियों का सम्मान समारोह गंगाशहर स्थित अरुणोदय विद्या मंदिर में संपन्न हुआ। आगाज एक बदलाव का व गंगासागर फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला, विधायक सिद्धि कुमारी, उपमहापौर राजेंद्र पंवार, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, महामंत्री मोहन सुराणा, भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष वेद व्यास, भाजपा नेता दिलीप पुरी, कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित, कांग्रेस नेता राजकुमार किराडू, युवा कांग्रेस नेता तोलाराम सियाग, लेखक व स्पीकर रोशन बाफना आदि मंचासीन हुए। कार्यक्रम में वर्ष 2022-23 में आयोजित हुई 10वीं व 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। गंगासागर फाउंडेशन के हेमंत कातेला ने बताया कि कुल 251 बच्चों को सम्मानित किया गया। आगाज एक बदलाव का के गोविंद सारस्वत ने बताया कि शिक्षा के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में परचम फहराने वाली प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। इसके तहत साहिल रंगरेज को वेट लिफ्टिंग , युवराज तेजी को ताइक्वांडो व निशा कंवर को फुटबॉल में देश का नाम रोशन करने हेतु सम्मान प्रदान किया गया। हेमंत कातेला ने गंगासागर फाउंडेशन की तरफ से प्रतिवर्ष पांच प्रतिभावान व जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के रूप में संपूर्ण फीस देने की घोषणा की। अरुणोदय विद्या मंदिर ने अपनी स्कूल में प्रतिवर्ष पचास प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति की सशर्त घोषणा की। भाजपा नेता दिलीप पुरी ने दो बच्चों की फीस वहन करने की घोषणा की।
इस दौरान मंत्री बीडी कल्ला, सिद्धि कुमारी, विजय आचार्य सहित समस्त अतिथियों ने अपने विचार रखे। उन्होंने दोनों संस्थाओं द्वारा उगते सूर्यों के सम्मान के लिए उठाए इस अद्भुत कदम की सराहना की। कार्यक्रम में बतौर मोटिवेशनल स्पीकर शामिल हुए रोशन बाफना ने बच्चों को सफलता के लिए नहीं बल्कि यादगार बनने के लिए संघर्ष करने का सूत्र दिया। बाफना ने कहा कि हार हो तो घबराए नहीं, क्योंकि हारने वाले तुलनात्मक रूप से बड़ा मुकाम हासिल करते हैं।
गोविंद सारस्वत व हेमंत कातेला ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन विनय हर्ष ने किया। बीकानेर में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की योजना को सफल अंजाम तक पहुंचाने में सुनील शर्मा, अभिषेक आचार्य, भैरूरतन ओझा, संजू सोनी, शुभम उपाध्याय, विकास मारू, ज्ञानप्रकाश मारू, दामोदर उपाध्याय, बुलाकी गिरी, कविता गहलोत, कालूराम, करण चूरा, सुभाष विश्नोई आदि महत्वपूर्ण भूमिका रही।