बीकानेर,अजित फाउण्डेशन द्वारा आयोजित मासिक संवाद श्रृंखला के अन्तर्गत युवा वैज्ञानिक डॉ. पंकज जोशी ने ‘‘क्लाइमेट चेंज एक दृष्टि: युवाओं की सहभागिता’’ विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि लगातार पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन तेजी से देखे जा रहे है जिससे ना केवल जलवायु प्रभावित हो रही है बल्कि वन्य जीव भी प्रभावित और विलुप्त होते जा रहे है। इसके पीछे का मुख्य कारण आवासों की कमी, प्रकृति का अतिदोहन, वनों की विनाश और प्रदुषण मुख्य रूप से है। अपने उद्बोधन में उन्होंने ओजोन परत अपक्षय, ग्रीन हाऊस प्रभाव आदि पर भी चर्चा की और यह बताया कि प्रकृति का संरक्षण किस प्रकार किया जा सकता है।
डॉ. जोशी ने बीकानेर में होने वाले जलवायु परिवर्तन पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यह जलवायु परिवर्तन भी चिंता का विषय है और इसें सुधारने हेतु अधिक से अधिक पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलाये गए टाईगर प्रोजेक्ट, वन्य जीव सुरक्षा अभियान के बारे में बताया। अंत में डॉ. जोशी ने वृक्षारोपण पर जोर दिया और बताया कि अगर स्वयं को बचाना है तो प्रकृति का बचाना होगा।
वरिष्ठ साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने संस्था की तरफ से आभार ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था समन्वयक संजय श्रीमाली ने संस्था की गतिविधियां एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में राजाराम स्वर्णकार, गोविन्द जोशी, गिरिराज पारीक, प्रेमनारायण व्यास, मनोज श्रीमाली, अनिल थानवी, धर्मा, कमल आचार्य, गणेश सियाग, रवि अग्रवाल, मनन, हर्षित, जया, नम्रता आदि अनेक उपस्थित रहे।