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बीकानेर,राजासर उर्फ करनीसर में संपन्न हुई किसान चौपाल, इलाक़े के हजारों किसानों ने लिया हिस्सा चौपाल में।
मुख्य वक्ता के तौर पर सादुलपुर विधायक कृष्णा पुनिया एवं पीसीसी महासचिव फूसाराम गोदारा ने की शिरकत।
पीसीसी महासचिव डॉ राजेन्द्र मूण्ड ने राज्य सरकार की गिनाई योजनाएँ, भाजपानीत केंद्र सरकार पर बरसे,
किसान नेता महिपाल सारस्वत ने कहा युवा नेतृत्व ही दे सकता विधानसभा क्षेत्र को नई दिशा
लूणकरणसर। विधानसभा क्षेत्र के किसानों की किसान चौपाल उपखण्ड क्षेत्र के पंचायत मुख्यालय राजासर उर्फ करनीसर में आयोजित हुई जिसमें हजारों की तादाद में किसान एवं मजदूरों, नौजवानों ने भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम में राज्य खेल क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष सादुलपर विधायक कृष्णा पुनिया ने मुख्य वक्ता के तौर पर उद्बोधन में कहा कि राजस्थान की राज्य सरकार युवा एवं विद्यार्थियों को शिक्षा और खेल के संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा राज्य सरकार वरिष्ठजनों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन का क़ानून लाकर हर वर्ष 15% बढ़ोतरी करेगी। केंद्र सरकार ने महंगाई से आम आदमी की कमर तोड़ दी है।राज्य सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत 500 रुपए में गैस सिलेण्डर , चिरंजीवी बीमा योजना , स्वास्थ्य का अधिकार , अनपूर्णा योजना समेत कई जनसरोकार के कार्य कर राहत कार्यों और सामाजिक सुरक्षा में नई लकीर पूरे देश ke सामने खींची है।
पीसीसी महासचिव पूर्व प्रधान फूसाराम गोदारा ने कहा कि किसानो की समस्याओं की चिन्हित करने के लिहाज से ऐसी चौपाल महत्वपूर्ण है, हम सबको मिलकर कांग्रेस पार्टी को मज़बूत करने के लिए आने वाले समय में ऐसी चौपालों का आयोजन हर इलाक़े में आयोजित होने चाहिए ताकि आम आदमी के राहत के लिए प्रतिबद्ध राज्य सरकार और बेहतर तरीक़े से कार्य कर पाये। राज्य की सरकार और संगठन को को धन्यवाद देता हूँ कि 4 सालों में समन्वय बनाकर जो किसान समेत हर वर्ग को लाभ दिया है वो काबिले तारीफ़ है ।उन्होंने कहा जब किसान और आम जान पर आँच आये तो हम सबको मिलकर उसका प्रतिरोध क्रम चाहिए।

पीसीसी महासचिव डॉ राजेन्द्र मूण्ड ने किसान चौपाल में पधारे हजारों- हजार किसानों का स्वागत करते हुए उनके सामने नतमस्तक होकर सिर झुकाया इसके साथ ही भीषण गर्मी में हजारों की तादाद में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
डॉ मूण्ड ने कहा कि मैं आपका अपना बेटा, भाई , दोस्त हूं ओर हमेशा आपकी आवाज को जहा तक भी पहुंचा सकता हूँ, मजबूती प्रदान करता रहूंगा यह मेरा वादा है, ईलाके का मजदूर, किसान एवं युवा समृद्ध बने, सक्षम बने यही हमारा लक्ष्य है जिसके लिए हम एड़ी चोटी का जोर लगा देंगे।
डॉ मूण्ड ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की उपलब्धिया गिनाते हुए कहा कि गांव-गांव, ढाणी- ढाणी महंगाई राहत केम्पों के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाओं से आम आवाम को लाभान्वित करने के काम किया गया है।केंद्र सरकार की तानाशाह सोच से काम कर रही है लेकिन राहुल गांधी जी ने सड़क से सदन लड़ाई छेड़ी है और हम सब मिलकर इसे अंजाम तक पहुँचायेंगे।
किसान नेता महिपाल सारस्वत ने दिल्ली की मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा दिल्ली सरकार पूँजीपति के हित कि क़ानून बनाकर किसान को बेबस करना चाहती थी लेकिन किसान ने दिल्ली का तख्त को झुकाया है, मोदी सरकार किसी गुमान में ना रहे कि वो कॉरपोरेट की बगल में बैठकर किसानों को सेंध लगा देगी ऐसा होने वाला नहीं है, हम किसान मोदी सरकार की गैर लोकतांत्रिक नीतियों का हमेशा विरोध करते रहे है करते रहेंगे।
राजासर उर्फ करनीसर में आये हजारों हजार किसानों का आभार प्रकट करते हुए तपती दुपहरी में आने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
रतनगढ़ पूर्व प्रधान गिरधारी बाँगड़वा ne भी संबोधित किया।
किसान चौपाल की अध्यक्षता आशुदास स्वामी ने की।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच बंशीराम गोदारा, पूर्व सरपंच विजय गोदारा, पूर्व सरपंच सुरजाराम गोदारा, मूँड़सर सरपंच प्रतिनिधि कुम्भाराम मूँड़,
पूर्वसरपंच जगदीश नेहरा, अजीतमाना पूर्व उपसरपंच गणपतराम मेघवाल, पूर्व पीसीसी सदस्य आशु सारण, भूमि विकास बैंक सदस्य अजय गोदारा, शिव धर्मार्थ ट्रस्ट संस्थान अध्यक्ष मोटाराम चौधरी, बीकानेर क्रयविक्रय सहकारी समिति पूर्व चेयरमैन रामदेव मूँड़, एनएसयूई विधानसभा अध्यक्ष विकास चौधरी, पूर्व पंचायत समिति मनीराम जाखड़, शंकर सारण, दीपक शर्मा, पूर्व उपसरपंच रजीराम नाई, कृषि उपज मंडी पूर्व डायरेक्टर पुरखाराम बिजारणीयाँ, अमराराम घिंटाला, गफ़ूर ख़ान, भूराराम नेहरा,
पूर्व उपसरपंच भँवरनाथ गोदारा, मामराज कूकना, हंसराज महिया, किसान नेता तोलाराम गोदारा, नेतराम भूँवाल, सोहनलाल झोरड, रालोद ज़िलाध्यक्ष रघुवीर चौधरी, भैराराम रोझ, हेतराम गोदारा, मंशाराम गोदारा, अनिरुद्ध सींवर, रामनिवास मूँड़,
शेखसर सहकारी समिति अध्यक्ष महेंद्र गोदारा,
गणेशाराम गोदारा, साँवतराम गोदारा,श्योदान सारण , रामप्रताप गोदारा, भरत नायक, हरिराम गोदारा, लिछमणराम सारस्वत, जगदीश गोदारा, बंशी हुड्डा, रामरख मूँड़, पूर्व अध्यक्ष अशोक बुड़िया, भगीरथ बाना, प्रभु गोदारा, पूर्णाराम गोदारा, राकेश गोदारा, हनुमान मूँड़, लिच्छूराम गोदारा, विष्णु कसवाँ, प्रेम गोदारा साधेरा, भँवर शर्मा, रेवंतराम मूँड़, अशोक भूँवाल, पुनमचंद नैन, मेहरचंद गोदारा, धर्मपाल पुनिया, भागीरथ जी सारण, परताराम गोदारा, लेखराम धतरवाल, राजाराम सारण, उम्मेदाराम सारण, सुधीर नाईं, अशोक बिश्नोई, मुखराम भादू, राजू बिश्नोई, ईश्वर कुमावत, रामलाल डूडी, किशनलाल गोदारा, जयपाल धानका, प्रेम मूँड़, हेतराम नायक, बजरंग सारण, चंदग़र गोस्वामी, वीरेंद्र मेघवाल, सोहन भारती, अर्जनगर गोस्वामी, ओम नायक, ईश्वर सिद्ध, रामकुमार गोदारा, हरिराम मान, मालाराम गोदारा समेत कई उपस्थित रहे।

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