
बीकानेर में मुहर्रम के पर्व को देखते हुआ ताजिया बनाने का काम किया जा रहा है। कारीगर अभी से ताजियों को सजाने के काम में जुटे है। हजरत इमाम हुसैन की याद में मनाए जाने वाले इस पर्व में मोहर्रम के महीने में अकीदतमंद 10 दिन रोजा रख रहे है। कारीगर रशीद अहमद कादरी ने बताया की ताजिया बनाने में एक माह का समय लगता है। लकड़ी और कागज से बने इस ताजिये पर कई तरह की कलाकारी की जाती है। हजरत इमाम हुसैन की याद में इसे बनाया जाता है।