बीकानेर, जिले में लग रहे सोलर ऊर्जा प्लांट से पर्यावरण को नुकसान ना हो इसके लिए बड़े प्लांट लगाने वाली सोलर फर्म्स को न्यूनतम 1-1 लाख पौधे लगवाने का लक्ष्य दिया गया है।
संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने गुरुवार को सोलर कंपनियों के प्रतिनिधियों और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए । डॉ पवन ने कहा कि सौर ऊर्जा पर्यावरण को संरक्षित करती है लेकिन सोलर प्लांट से पेड़ पौधों व पर्यावरण को नुकसान ना हो, इस के लिए पौधारोपण इन कंपनियों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। एक पेड़ के स्थान पर 10 पौधे रोपित करवाए जाएं।
*भरवाए संकल्प पत्र*
कंपनियों के प्रतिनिधियों से इस संबंध में संकल्प पत्र भरवाते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि वन विभाग के साथ समन्वय कर पौधे प्राप्त करें और इस मानसून के दौरान ही पौधे सरवाइव कर सकें इसके लिए एक प्लान तैयार कर प्रशासन को उपलब्ध करवाएं । उन्होंने कहा कि इस प्लान में पौधों को जीवित रखने के लिए उपलब्ध करवाए जाने वाले पानी के स्त्रोत का भी विवरण दिया जाए । संभागीय आयुक्त ने शहर में भी इन कंपनियों के माध्यम से ग्रीन पेच विकसित करने की जिम्मेदारी लेने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि सोलर प्लांट अपने प्लांट की सीमा पर चारों तरफ प्राथमिकता से पौधारोपण करें और इसके बाद भी यदि उनका लक्ष्य पूरा नहीं होता है तो चारागाह , गोचर इत्यादि भूमि पर प्रशासन से अनुमति लेकर पौधारोपण किया जाए। साथ ही इन पौधों की उत्तरजीविता के लिए भी नियमित प्रयास हों।
उन्होंने कहा कि सोलर फर्म पौधारोपण करवाते हुए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि स्थानीय जलवायु के अनुसार ही पौधों का चयन किया जाए । संभागीय आयुक्त ने जामसर नूरसर , जयमलसर, भानीपुरा, नोखड़ा, बांदरवाल सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर सोलर प्लांट लगा रही कंपनियों को जल्द से जल्द इस कार्य के प्रस्ताव को भिजवाते हुए कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए एच गौरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा सहित संबंधित विभागीय अधिकारी और कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।