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जोधपुर..प्रदेश में एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड बुधवार काे 3,46,997 टीके लगाकर जोधपुर ने अपने नाम किया। चिकित्सा विभाग ने बुधवार काे मेगा वैक्सीनेशन कैंप में यह उपलब्धि हासिल की। सुबह 8 बजे से देर रात तक साइटों पर लाभार्थियों को वैक्सीन लगाए गए। दिन भर में कई सेंटर्स पर वैक्सीन खत्म हो गई। वहां लोगों को शाम को वैक्सीन लगवाने को कहा गया। जिले में कई जगह वैक्सीन को लेकर हंगामा भी हुआ। चिकित्सा विभाग ने वैक्सीन की कमी पूरी करने तुरंत जयपुर से 30 हजार डोज मंगवाई। जैसलमेर की 50 हजार डोज भी जयपुर बात करके काम में ली।

एमडीएमएच में दोनों वैक्सीन, एमजीएच और उम्मेद में सिर्फ कोवैक्सीन ही लगी
एमडीएम में कोविशील्ड व कोवैक्सीन दोनों लगाई जा रही थी। एमजीएच में 650 का स्लॉट केवल कोवैक्सीन, और उम्मेद में तीन बजे तक कोवैक्सीन के 500 का स्लॉट दिया गया। उम्मेद और एमजीएच में कोविशील्ड के लिए आने वालों को दूसरी जगह जाने का कहा गया। उम्मेद में 3 बजे बाद कोविशील्ड के 200 स्लॉट की अनुमति दी गई। दोनों जगह 7 दिन से कोई वैक्सीन कैंप नहीं हुआ, बावजूद इसके यहां दोनों वैक्सीन नहीं होने से आने वालों को निराश लौटना पड़ा।

विभाग ने कहा- ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा, स्लॉट बुक करने वालों को ही लगे टीके

  • सूरसागर डिस्पेंसरी: सुबह से कतारें थीं। पता चला कि स्लॉट बुकिंग पर ही वैक्सीन लगेगी। ऑन स्पॉट वैक्सीनेशन के लिए सामने कैंप में जाने को कहा। बड़ी संख्या में लोग परेशान हुए।
  • प्रतापनगर जिला अस्पताल: लाइन में 5-7 लोग खड़े थे। केवल ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग को टीके लगे। जो ऑफलाइन थे, उन्हें नंबर आने पर दूसरी जगह जाने को कहा जा रहा था।
  • रेजिडेंसी हॉस्पिटल: 12 बजे तक स्लॉट बुकिंग वालों को ही वैक्सीन लगी। ऑन स्पॉट लगवाने आए लोगों को निराश लौटना पड़ा। दो बजे वैक्सीन खत्म हो गई। डॉ. अंजलि ने बताया कि बाद में ऑनस्पॉट वैक्सीनेशन शुरू किया।
  • उदयमंदिर पीएचसी: पीएचसी के अधीन 11 केंद्रों पर 2 बजे तक 5085 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 2 बजे बाद वैक्सीन खत्म हो गई। पब्लिक हेल्थ मैनेजर सीताराम ने बताया कि शाम को डोज आई तो वैक्सीनेशन शुरू हो पाया।
  • एम्स: पहले दो घंटे लंबी कतारें लगी। दोपहर बाद से शाम तक 20-30 लोग वैक्सीन के लिए आते रहे। दोपहर तीन बजे तक एम्स अस्पताल में 609 लोगों को को-वैक्सीन और 582 लोगों को कोविशील्ड की डोज लग चुकी थी।

जुनून

खांडा फलसा स्थित खत्रियों का नोहरा में भी देर रात तक वैक्सीन लगती रही। इसके लिए लाइटों की व्यवस्था भी की गई। शिविर में बुधवार को पूरे दिन में 600 लोगों को वैक्सीन लगी।

जज्बा

सूरसागर डिस्पेंसरी
के सामने नथमल पार्क में भी वैक्सीनेशन चल रहा था। पैर में फ्रैक्चर होने के बावजूद महिला नर्सिंगकर्मी टीकाकरण की ड्यूटी में पूरे जज्बे से जुटी दिखी।

गाइडलाइन लोग स्वयं मानें, विभाग तो टीके लगा सकता है
Q. कैंप 15 को ही क्यों?
A. हमें पहली बार 13 को ही 2.50 लाख वैक्सीन मिली, 14 को साइट पर भेजी और 15 को कैंप किया।
Q. इसकी बजाय रोज अच्छी मात्रा में वैक्सीन लगाते तो टीके की कमी, भीड़ नहीं होती?
A. आगे से मिलने वाली सप्लाई प्रभावित होती।
Q. कई सेंटर्स पर वैक्सीन खत्म हो गई?
A. कुछ सेंटरों पर खत्म होने की सूचना मिलते ही वहां सप्लाई पहुंचाई।
Q. आगे भी मेगा कैंप का आयोजन होगा?
A. विभाग यदि इतनी वैक्सीन एक साथ देगा तो वीकली ऐसा मेगा कैंप करेंगे।
Q. सेंटर्स पर कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं हुई?
A. सेंटर्स पर गाइडलाइन की पालना स्वयं करनी थी। विभाग वैक्सीनेशन और समझाइश कर सकता है।

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