बीकानेर,केसर निपजै न अठे,नह हीरा निकलंत, सिर कटियाँ खग झालण, इण धरती उपजंत” जी हां राजस्थान शूरवीरों की भूमि है यहां का इतिहास दुनिया में शौर्य और बलिदान को दर्शाता है ऐसे में रियासत काल से लेकर आधुनिक भारत के इतिहास तक यहाँ कितने शूरवीरों ने जन्म लिया और अपने देश और भूमि के लिए ख़ुद को न्योछावर कर दिया अब ऐसे ही स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को आम जन तक पहुँचाने को लेकर विशेष अभियान की शुरुआत बीकानेर के कुछ युवाओ ने अपनी संस्था परिवर्तन जनसहयोगी संस्थान के ज़रिए शुरू किया है जहाँ देश की आज़ादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ऐसे ही राजस्थान के अनसुने शूरवीरों को याद करने के साथ साथ उनकी अनसुनी कहानियों को अब घर घर पहुँचने की अनोखी मुहिम की शुरुआत करने जा रहे है।
राजस्थान के वो शूरवीर जो इतिहास के पन्नों में गुम हो गये ऐसे में उन अनसुने हीरो की कहानी को जन जन तक पहुँचाने का अभियान के पोस्टर का विमोचन शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के हाथों करवाया गया। बीकानेर की परिवर्तन जनसहयोगी संस्थान द्वारा इस अभियान की शुरुआत की जा रही है जिसके बीकानेर संस्करण के पहले पोस्टर और ब्रॉसर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष आयुष व्यास, संस्था सचिव त्रिभुवन पुरोहित, विनीत पुरोहित, प्रशांत पुरोहित, यशराज रंगा सहित कई लोग मौजूद रहे। अब संस्था के युवाओं ने इस अभियान को घर घर पहुँचाने की शुरुआत कर दी है पोस्टर विमोचन के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी इस अभियान को लेकर युवाओं की तारीफ़ कि और उन्हें ऐसे ही अभियान चलाकर समाज में जागरूकता का संदेश देने वाले अभियान चलाने को लेकर शुभकामनाएँ दी।
संस्था के अध्यक्ष आयुष व्यास में बताया हमारी संस्था पिछले लंबे समय से जागरूकता को लेकर कई अभियान चला चुकी है वही इस बार उन शूरवीरों की याद में ऐसा अभियान चलाने का बीड़ा उठाया हैं जिन्होंने राजस्थान में स्वतंत्रता के संग्राम में अपना योगदान दिया लेकिन उनका ज़िक्र उस लिहाज़ से नहीं हो सका जो इतिहास के पन्नो में गुम हो गये उन्हें हम याद कर रहे है और उनकी अनसुनी कहानी को आमजन तक पहुँचाने की एक कोशिश कर रहे है फ़िलहाल बीकानेर के संस्करण की शुरुआत की है इसके साथ ही हम इसे राजस्थान के सभी जिलो में चलायेंगे वही स्कूलों में भी बच्चो को पैंपलेट और ब्रोशर बाँटकर इसको नई पीढ़ी तक पहुँचायेंगे। वही आज पोस्टर विमोचन के दौरान संस्था सचिव त्रिभुवन पुरोहित, विनीत पुरोहित, प्रशांत पुरोहित, यशराज रंगा सहित कई लोग मौजूद रहे।