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श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर,धर्म चंद भीखमचद पुगलिया चेरिटेबल कोलकाता श्रीडूंगरगढ़ द्वारा चिकित्सा सेवा में औषधालय की विशेष सौगात दी जायेगी।श्रीमद् आचार्य श्रीतुलसी महाप्रज्ञ साधना संस्थान के अन्तर्गत जन कल्याण हेतु निःशुल्क स्वास्थ्य एवं योग शिविर आयोजित होते रहे हैं। साहित्य रत्न विशारद एवं श्रद्धानिषठ श्रावक स्व धर्म चंद जी पुगलिया की पुण्य स्मृति में प्राकृतिक चिकित्सा शिविर 7 सितम्बर 2019 से 21 सितम्बर 2019को लगाया गया। जिसका रोगियों को काफी लाभ हुआ। उसके बाद जनता की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर दूसरा प्राकृतिक शिविर 15 अक्टूबर 2021से 31 अक्टूबर 2021तक लगाया गया। श्रीमद् आचार्य श्री तुलसी महाप्रज्ञ साधना संस्थान के अध्यक्ष भीखमचद पुगलिया तथा मंत्री मालचंद सिघी द्वारा प्रचार प्रसार करायें जाने से शिविर में दूर-दूर विभिन्न क्षेत्रों से रोगी लाभ लेने पहुंचे। पिछले वर्ष 21 सितम्बर, 2022 से 20 अक्टूबर 2022 यानि 1 महीने का निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा शिविर एवं योग शिविर धर्मचन्द भीखमचंद पुगलिया चेरिटेबल ट्रस्ट, कोलकाता / श्रीडूंगरगढ़ द्वारा लगाया गया। इस प्राकृतिक चिकित्सा शिविर में लगभग एक हजार रोगी लाभान्वित हुए।जो रोगी चल फिर नहीं सकते थे।वे प्राकृतिक चिकित्सा लेन के बाद चलने लगें। ट्रस्ट के अन्तर्गत संचालित होमियोपैथिक औषधालय ‘तुलसी सेवा केन्द्र’ भी नियमित रूप से चल रहा है जहां प्रतिदिन 200-250 रोगी लाभान्वित हो रहे हैं। तुलसी सेवा केन्द्र के अन्तर्गत संचालित होमियोपैथिक औषधालय वर्तमान में सर्व श्री बींजराजजी, माणकचंदजी पुगलिया के भवन में अस्थायी रूप से प्रदत्त जगह पर चल रहा है।

25 जून 2022 को श्रीडूंगरगढ़ में धर्मचन्द भीखमचंद पुगलिया परिवार द्वारा परमपूज्य आचार्य श्री महाश्रमणजी के सानिध्य में महाप्रज्ञ जन कल्याण केन्द्र (तेरापंथ भवन, ऊपरलो) के प्रवचन पंडाल में सार्वजनिक घोषणा की गई थी कि श्रीडूंगरगढ़ में तेरापंथ भवन (धोलिया नोहरा) के सामने हमारे 27 X58 स्क्वायर फुट के खाली पड़े प्लॉट में होमियोपैथिक एवम् आयुर्वेदिक औषधालय हेतु स्थायी रूप से एक भवन का निर्माण कर स्व. धर्मचन्द जी पुगलिया की पुण्य स्मृति में श्रीमद् आचार्य श्री तुलसी महाप्रज्ञ साधना संस्थान, श्रीडूंगरगढ़ को अनुदान स्वरुप सुपुर्द किया जायेगा। इस भवन में ग्राउण्ड फ्लोर पर तुलसी सेवा केन्द्र के अन्तर्गत होमियोपैथिक औषधालय, प्रथम तल पर आयुर्वेदिक औषधालय एवं द्वितीय तल पर चिकित्सक के निवास हेतु एक फ्लैट का निर्माण प्रस्तावित था।
दिनांक 26 जून, 2022 को महती कृपा कर परम पूज्य आचार्य श्रीमहाश्रमणजी ने अपने सहवर्ती साधुवृन्द के साथ उक्त स्थल पर पावन पर्दापण कर मंगल पाठ के द्वारा उक्त स्थान को पवित्र किया था। दिनांक 13 अगस्त 2022 को भवन निर्माण हेतु धर्मचन्द भीखमचंद पुगलिया परिवार द्वारा विशाल जनमेदनी की उपस्थिति में इसका शिलान्यास किया गया एवम् तत्काल भवन निर्माण का कार्य भी प्रारम्भ हो गया। अब उक्त भवन बनकर तैयार है।
संस्थान ने सर्वसम्मति से निर्णय किया है कि 27 सितम्बर 2023, बुधवार मिती भादवा सुदी 13 विक्रम संवत् 2080 को लाभ एवं अमृत बेला में सुबह 7 बजे से 9.30 बजे तक के समय में एक भव्य समारोह के साथ इस औषधालय भवन जिसका नाम *’धर्म-किरण होमियोपैथिक एवम् आयुर्वेदिक औषधालय’* रखा गया है का लोकार्पण, उद्घाटन के द्वारा होमियोपैथिक एवम् आयुर्वेदिक चिकित्सा का शुभारम्भ किया जायेगा।
तुलसी सेवा केन्द्र द्वारा संचालित होमियोपैथिक चिकित्सालय बहुत वर्षों से अपने स्थान की प्रतीक्षा कर रहा था। काफी लम्बे इन्तजार के बाद उनका यह सपना पूरा होने जा रहा है एवं साथ में आयुर्वेदिक औषधालय भी इसी जगह पर बनकर तैयार है। धर्मचन्द- भीखमचंद पुगलिया परिवार ने अपनी उदारता का परिचय देते हुए यह पूरा भवन 27 सितम्बर 2023, बुधवार को इसका लोकार्पण, उद्घाटन करके श्रीमद् आचार्य श्री तुलसी महाप्रज्ञ साधना संस्थान ट्रस्ट, श्रीडूंगरगढ़ को श्री धर्मचन्दजी पुगलिया की पुण्य स्मृति में ‘धर्म- किरण होमियापैथिक एवं आयुर्वेदिक औषधालय अनुदान स्वरुप संस्थान को सुपुर्द करने का निर्णय लिया है। पुगलिया परिवार का यह निर्णय उनकी निस्वार्थ सेवा भावना को दर्शाता है।

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