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बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की डॉ. विमला डुंकवाल, डॉ नम्रता जैन एवं डॉ ममता सिंह को उनके द्वारा निर्मित बाजरा बिस्किट के संघटक घटकों पर फेडरल रिपब्लिक ऑफ जर्मनी द्वारा पेटेंट प्रदान किया गया है। कुलपति डॉ अरूण कुमार ने बताया कि यह प्रथम अवसर है जब एसकेआरएयू के वैज्ञानिकों ने विश्वविद्यालय के लिए पेटेंट हासिल किया है। इस अवसर पर अधिष्ठाता, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय डॉ. विमला डुंकवाल ने बताया कि महाविद्यालय के खाद्य एवं पोषण विभाग में गत 3 वर्षो से मरूशक्ति एग्रीइनोवेटिव फूड्स के ट्रेड नाम से बाजरा के विभिन्न उत्पाद बनाये जा रहे हैं जिनकी मांग राजस्थान से बाहर भी है। इसके व्यवसायीकरण के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं सरक्षण अधिनियम के तहत् पंजीकरण भी करवा लिया है तथा अलग से बिक्री केन्द्र स्थापित किया गया है। डॉ. डुंकवाल ने बताया कि मरूशक्ति इकाई ने अब तक लगभग 10 लाख से अधिक की आय भी अर्जित की है। केन्द्र द्वारा सात दिवसीय कैंप लगाकर मिलेट्स प्राडक्ट बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है जिससे स्वरोजगार को प्रोत्साहन भी मिल रहा है। कुलपति डॉ. अरूण कुमार ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष में पेटेंट मिलना विश्वविद्यालय एवं बीकानेर के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि मिलेट्स प्रॉडक्स पौष्टिक होने के साथ – साथ गेहूॅ से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए काफी लाभकारी होते हैं। विश्वविद्यालय अपने इसी प्रयास में 25-26 अगस्त को मिलेट्स पर एक राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित कर रहा है जिसमें देश के विभिन्न भागों से वैज्ञानिक, आचार्य, छात्र एवं किसान भाग लेंगे। वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि पर उन्हें कुलपति सचिवालय में समस्त अधिकारियों की उपस्थिति में कुलपति डॉ. अरुण कुमार व कुलसचिव सुनीता चौधरी द्वारा सम्मानित किया गया। निदेशक अनुसंधान डॉ. पी. एस. शेखावत ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत स्वीकृत परियोजना में इस प्रकार के सकारात्मक परिणामों से विश्वविद्यालय में अनुसंधान कार्यों को गति मिलेगी।

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