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बीकानेर। फटाफट क्रिकेट पर बीकानेर में लगने वाले करोड़ों रुपए के दावं पर इस पर पुलिस की नजर है। पुलिस ने क्रिकेट सट्टे पर अंकुश लगाने के लिए पहले से तैयारियां कर ली। सटोरियों को सूचिबद्ध कर गुप्त निगरानी रखी जा रही है। थानाधिकारी से लेकर बीट कांस्टेबल तक क्रिकेट सट्टा होने पर जिम्ेदारी तय की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक आईपीएल-१४वां सीजन इसी साल अप्रेल में शुरू हुआ। कोरोना के चलते कई खिलाडिय़ों के संक्रमित होनेसे बीच में आईपीएल रोक दिया। १४वें सीजन के २९ मैच पूरे हो गए थे। शेष ३१ बैच रहते आईपीएल को स्थगित कर दिया गया था। अब कोरोना के शांत होने पर १९ सितंबर से यूएई में शेष ३१ मैच होंगे। क्रिकेट मैचों के लिए सटोरियों ने कमर कस ली है वहीं दूसरी और इस बार पुलिस भी सख्ती के मूड में नजर आ रही है।
डीएसटी की होगी परीक्षा पुलिस अधीक्षक के सटोरियों के खिलाफ सख्ती बरतने के रुख को देखते हुए सभी थानाधिकारी एवं डीएसटी टीम विशेष रूप से अलर्ट मोड में आ गई है। वैसे चर्चा भी है कि पुलिस अधीक्षक की सख्ती के कारण डीएसटी की सर्वाधिक परीक्षा होगी। माना जाता रहा है कि अब तक डोडा-पोस्त, लूट व चोरी की वारदतें खोलने में डीएसटी की आसूचना कारगर रही है। अब क्रिकेट सट्टे में डीएसटी कितना प्रभाव छोड़ेगी यह देखने वाली बात है।

सट्टा करने वालों की कुंडली
क्रिकेट सट्टे को लेकर इस बार पुलिस अधीक्षक काफी सख्त है। उन्होंने क्रिकेट सट्टे पर अंकुश लगाने एवं युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए उन्होंने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर ली है। मुखबिरों व विश्वासपात्र कर्मचारियों के साथ मिलकर एक योजना तैयार की है। योजना के तहत क्रिकेट सट्टे का काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली तैयार की गई है। कौन, किस तरह का सट्टा करता है, इस बारे में पूरी जानकारी संग्रहित की गई है।

थानाधिकारियों को चेताया
पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी थानाधिकारियों को चेतावनी दी है कि १९ सितंबर से आईपीएल सीजन-१४वें के शेष रहे मैच शुरू होने जा रहे हैं। इसलिए सभी अधिकारी अपने मुखबीर व बीट कांस्टेबलों को अलर्ट कर देवें। किसी भी सूरत में सट्टा नहीं होन चाहिए। संबंधित थाना क्षेत्र में सट्टा हुआ और थानास्तर पर कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से स्पेशल टीम से कार्रवाई कराई गई तो संबंधित थानेदार के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

क्रिकेट सट्टे पर अंकुश लगाने के लिए थानाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि कुछ भी हो सट्टा नहीं होना चाहिए। थाना क्षेत्र में सट्टे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करों। थानास्तर पर कार्रवाई नहीं की गई और स्पेशल टीम भेजकर कार्रवाई की गई तो संबंधित थानाधिकारी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। साथ आगामी १५ दिन बाद एक रिव्यू मीटिंग की जाएगी, जिसमें जुआ-सट्टा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने वाले थानेदारों से जवाब-तलब किया जाएगा।
प्रीतिचन्द्रा, पुलिस अधीक्षक

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