बीकानेर,यूआईटी ने जोड़बीड़ आवासीय योजना को विकसित करने के लिए 50 करोड़ रुपए की योजना बनाई है, जिसमें मकानों में रहने वाले लोगों के लिए जरूरी सभी सुविधाएं शामिल की गई हैं।
मृत पशुओं को डालने का स्थान भी बदला जाएगा ताकि दुर्गंध आवासीय कॉलोनी तक न पहुंचे।
यूआईटी ने जोड़बीड़ आवासीय योजना के लिए करीब 400 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की है। वर्ष 2007 में 200 हेक्टेयर में 5585 प्लाट काटे गये थे, जिनमें से लगभग 1700 ही बिके और आज तक एक भी मकान नहीं बना। क्योंकि, यूआईटी ने वहां बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराईं। इसलिए कॉलोनी नहीं बसी और आज भी जोड़बीड़ वीरान है। अब यूआईटी ने जोड़बीड़ आवासीय योजना विकसित करने और इससे मोटी कमाई करने के लिए 50 करोड़ रुपए की योजना बनाई है। इसमें पानी-बिजली, सड़क, रोडलाइट, सीवरेज, एसटीपी, पार्क समेत कई सुविधाएं शामिल की गई हैं। इस पर अभी कलेक्टर एवं यूआईटी ट्रस्ट अध्यक्ष भगवतीप्रसाद कलाल की मुहर लगनी बाकी है।
इसके अलावा जोड़बीड़ में मृत पशुओं को डालने का स्थान भी बदला जाएगा ताकि दुर्गंध आवासीय कॉलोनी तक न पहुंचे। इसके लिए यूआईटी सचिव, डीएफओ वाइल्डलाइफ, नगर निगम आयुक्त मिलकर जगह तय करेंगे। गौरतलब है कि मृत पशुओं को उठाने का ठेका नगर निगम द्वारा किया जाता है। जोड़बीड़ संरक्षण क्षेत्र के पास ठेकेदार द्वारा मृत पशुओं को फेंक दिया जाता है, जिसकी दुर्गंध आवासीय कॉलोनी तक पहुंच जाती है।