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बीकानेर,जयपुर, वैश्वीकरण के इस दौर में पूर्वी अफ्रीका के कई देशों की अर्थव्यवस्था तेजी से करवट बदल रही है। इस बदलते परिवेश में अफ्रीकी देश बड़ी उम्मीद के साथ राजस्थान की ओर देख रहे हैं।इसमें फैडरेशन ऑफ राजस्‍थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी ) सूत्रधार की भूमिका निभा रहा है। फोर्टी राजस्‍थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के साथ मिलकर केन्या के नैरोबी में 5 से 7 जुलाई को इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो का आयोजन करने जा रहा है।इस एक्सपो का उद्घाटन केन्या के प्रधानमंत्री मुसालिया मुदावादी करेंगे। फोर्टी ट्रेड एक्सपो का उद्घाटन केन्या के प्रधानमंत्री की ओर से किया जाना इस बात का संकेत है कि केन्‍या सरकार इस एक्‍सपो को कितनी गंभीरता ले रही है। फोर्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उद्योग एवं वाणिज्‍य मंत्री शकुंतला रावत से भी इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्‍सपो में भाग लेने की गुजारिश की है। राज्य सरकार की ओर से राजसिको और आरईपीसी के चेयरमैन राजीव अरोड़ा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान इस एक्सपो में शिरकत करेंगे।

मुख्य संरक्षक सुरजाराम मील, संरक्षक आईसी अग्रवाल और फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के नेतृत्‍व में फोर्टी की टीम एक्‍सपो को सफल बनाने के लिए पिछले 6 महीने से कड़ी मेहनत कर रही है। इसमें फोर्टी के मुख्‍य सचिव गिरधारी लाल खंडेलवाल, रविंद्र सोनी ,धीरज विजयवर्गी, मनीष अग्रवाल, नीलम मित्तल, प्रशांत शर्मा, मिलन गर्ग, यश मामोडिया, प्रवीण सुथार, ललिता कुच्छल के सराहनीय प्रयास शामिल है। ईस्‍ट अफ्रीका के केन्या, तंजानिया, साउथ सूडान, युगांडा, कॉन्गो, इथोपिया और जाम्बिया जैसे अफ्रीकी देशों में स्‍थानीय स्‍तर पर उत्‍पादन न्यूनतम होता है। इन देश की 90 प्रतिशत आवश्‍यकता आयात पर निर्भर है। इस आयात में भारत की कुल हिस्सेदारी महज 15 प्रतिशत है। इसमें भी राजस्‍थान की हिस्सेदारी बहुत उल्‍लेखनीय नहीं है। फोर्टी का प्रयास है कि एक्‍सपो के माध्‍यम से अफ्रीकी देशों में व्यापारिक संभावना का दोहन कर राजस्‍थान के मैन्युफैक्चरर और सर्विस सेक्‍टर को नया बाजार उपलब्ध कराया जाए।इसके लिए देश में पहली बार किसी राज्य की ओर से दूसरे देश में जाकर मल्टी सेक्‍टर एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है।
पहली बार राजस्‍थान के विभिन्न सेक्टर से जुडे हुए मैन्‍युफैक्‍चरिंग और सर्विस सेक्‍टर से जुडे ढाई सौ उद्यमी एक्‍सपो में भाग लेने नैरोबी जाएंगे। फोर्टी का प्रयास है कि ये ढाई सौ उद्यमी भविष्य में राजस्‍थान के औद्योगिक ब्रांड एम्बेसडर की तरह काम करें और दूसरे उद्यमियों को प्रेरित करें।

इंडो ईस्‍ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो- एक्सपो में राजस्थान के फार्मास्यूटिकल, इंजीनियरिंग गुड्स, एग्रीकल्चर ट्रेड, टैक्‍सटाइल और गारमेंट्स, ऑटोमोबाइल, आईटी, रिन्‍यूएबल एनर्जी, हेल्थ केयर, एजुकेशन, रियल एस्‍टेट और टूरिज्म सेक्‍टर के 250 उद्यमी भाग लेंगे। एक्‍सपो में करीब दो सौ से ज्‍यादा बूथ और पवेलियन बनाए जाएंगे। यहां 5 से 7 जुलाई तक एक्‍सपो में ईस्ट अफ्रीका के 7 देशों बायर आएंगे। केन्‍या के साथ सभी 7 देशों में एक्‍सपो का सभी माध्यमों से जोरदार प्रचार- प्रसार किया गया है। राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या जो केन्या में राजस्‍थान के प्रवासी उद्यमियों का शीर्ष संगठन है। इसके सहयोग से इन देशों की सरकारों के साथ वहां के औद्योगिक संगठनों और करीब 20 हजार औद्योगिक बायर्स को इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो के मंच पर आमंत्रित किया गया है। राजस्‍थान से जाने वाले उद्यमियों में से ज्यादातर पहली बार अंतर्राष्ट्रीय एग्जीबिशन में भाग ले रहे हैं। इनके लिए स्‍थानीय बायर्स के साथ छोटी- छोटी नेटवर्किंग मीटिंग रखी जाएंगी। इसके साथ नेटवर्किंग लंच और और कल्चरल डिनर का आयोजन किया जाएगा। एक्सपो के दौरान लगातार तीन दिन तक मेडिकल और हैल्‍थ पर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस इसका विशेष आकर्षण है। जिसमें विभिन्न सत्रों में प्रत्येक दिन दो सौ –दो सौ से ज्‍यादा चिकित्सकों के साथ फार्मा और मेडिकल इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। एक्‍सपो के बाद राजस्‍थान के एग्जीबिटर्स के लिए केन्‍या में दो दिवसीय मसाई मारा सफारी का इंतजाम किया गया है। केन्या का मसाई मारा अभयारण्य वन्यजीव, मसाई जनजाति और प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

फोर्टी अध्‍यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि अभी तक पश्चिमी देश भारत को अपना माल खपाने के लिए बाजार के तौर पर देखते थे, लेकिन अब वक्‍त बदल रह है। इंडो ईस्‍ट अफ्रीका ट्रेड एक्‍सपो के माध्‍यम से हम राजस्‍थान के उद्यमियों के लिए ईस्‍ट अफ्रीकी बाजार के द्वार खोलने जा रहे हैं। जिस उत्‍साह से केन्‍या में सरकार और बायर्स की ओर से हमारा इंतजार किया जा रहा है, उसे देखकर लगता है कि यह एक्‍सपो राजस्थान के सभी सेक्‍टर के उद्यमियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

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