बीकानेर,नगर निगम परिक्षेत्र का कोई भी वार्ड आप देख सकते है हर जगह गंदगी के ढेर,नाली नाले सड़ांध मार रहे है,आवारा पशुओं का जमावड़ा,टूटी फूटी सड़के (आम रास्तों को छोड़कर) 50% खम्भो की लाइटें गुल हो सकता है आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारियों की कमी,सरकारी संशाधनों का अभाव,जनता की जागरूकता का अभाव किन्तु इससे भी बड़ा कारण नगरनिगम के वार्डो की हर पांच वर्ष बाद लॉटरी ये सबसे बड़ा कारण है,देश,राज्य के बड़े नेताओ ने अपनी 25 साल की सेफ्टी हेतु परिसीमन का रास्ता बना लिया जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं के पास एक ही रास्ता वार्ड पार्षद का चुनाव । कार्यकर्ता एक बार भी अपनी मेहनत से जीतकर अपने स्तर पर पैर जमा ले और भविष्य के लिए बड़ा खतरा बड़े नेताओं के लिए न बन जाये उसका तोड़ यह तर्क देकर की हर वर्ग को मौका मिले इसके लिए लॉटरी तो यह मौका प्रति 5 वर्ष लोकसभा,विधानसभा में क्यू नही । किन्तु इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है उन छुटभैया नेताओ के साथ आम वार्डो में स्थायी रूप से निवास कर रही जनता को,क्योकि प्रति वर्ष लॉटरी निकलने से जीतने वाले प्रत्याशी का 90% मन मस्तिष्क क्लियर रहता है कि अगली बार न ये वार्ड यथास्थिति में रहना न ही मुझे वार्ड की जनता के पास वोट मांगने जाना और यह सोचकर 90% से ऊपर वार्ड पार्षद वार्ड के विकास के मामले में उदासीन रहते हुवे वार्ड की समस्याओं की एक पत्र लिखकर अपनी इतिश्री कर लेते है,अगले चुनाव में जनता अपने तेवर भी दिखाए तो किसे,क्योकि प्रत्याशियों के नये चेहरे फिर नये आश्वासन और फिर ढाक के वही तीन पात ।
इसलिए बीकानेर के विकास के लिए आवश्यक है वार्डो की लॉटरी की बजाय लोकसभा,विधानसभा की भांति परिसीमन,निश्चित ही ऐसा करने से प्रत्येक पार्षद को वोटों का भय हर दिन सताएगा और अपने वार्ड के विकास के लिए हर समय जागरूक रहेंगे । विकसित और स्वच्छ,स्वस्थ बीकाणा हो हमारा,यही है बीकानेर सेवा योजना का नारा ।