बीकानेर,शांतिनिकेतन, गंगाशहर। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा गंगाशहर द्वारा शासनश्री साध्वीश्री शशिरेखा जी एवं साध्वीश्री ललितकला जी के सान्निध्य में “दीक्षार्थी अभिनंदन एवं मंगल भावना समारोह” आयोजित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेवाकेंद्र व्यवस्थापिका साध्वीश्री शशिरेखा जी ने समता नाम का विश्लेषण करते हुए कहा कि जहां समता है, वहां संपदा है। गुणस्थान को प्राप्त करना, श्रेणी आरोहण करना बहुत बड़ी बात है। सिंह वृत्ति से संयम लेना और सिंह वृत्ति से पालना अनूठी बात है। साध्वी श्री ललितकला जी ने बताया कि दीक्षा व शिक्षा यह दोनों दिशाएं हैं।शिक्षा जीवन का निर्माण करना व दीक्षा मोक्ष मार्ग पर प्रस्थान करना है। उन्होंने बताया कि यह दीक्षा गंगाशहर की 100वीं दीक्षा है। साध्वीवृंद ने सामूहिक गीतिका के माध्यम से बताया कि जैसे नाम समता है, वैसे ही संयम जीवन में समता अपनाना एवं आपकी दीक्षा तेजस्विनी वीर्यमयी अमृतमयी बने व गति प्रगति करते हुए जीवन को उज्जवल बनाएं। साध्वी श्री प्रभाश्री जी तथा साध्वी श्री मल्लिकाश्री जी ने अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।
नमस्कार महामंत्र के द्वारा कार्यक्रम की मंगलमय शुरुआत के साथ महिला मंडल व कन्या मंडल की बहनों के द्वारा मंगलाचरण गीतिका के माध्यम से किया गया।
तेरापंथी महासभा के संरक्षक जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा कि टीवी मोबाइल के जमाने में दीक्षा का भाव आना बहुत मुश्किल है। इस सेल्फी के जमाने में सेल्फ को जान लिया, रंगीन दुनिया के जमाने में श्वेत वस्त्र को धारण कर लिया, यह बहुत बड़ी बात है। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष अमरचंद सोनी ने कहा कि संसार दुखों का मार्ग है लेकिन फिर भी संसार को कोई छोड़ना नहीं चाहता। संयम के मार्ग पर चलने की अनुमोदना करते हुए मुमुक्षु समता के भावी जीवन के प्रति मंगल कामना की। उपासक इंद्रचंद नाहटा ने अपने वक्तव्य में परिवार का परिचय दिया और मंगल कामना की। दीक्षार्थी मुमुक्षु समता ने कहा कि जब बिन मांगे सब कुछ मिलता है तो गुरुवर से मैं क्या मांगू। उन्होंने कविता के माध्यम से सभी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और सबसे बारंबार खमत खामणा किया। पारिवारिक जनों ने गीतिका का संगान किया। मोतीलाल बोथरा, मदन कुमार बोथरा, राजू बोथरा, जयश्री बोथरा, मीनाक्षी श्यामसुखा, हर्षिता बोथरा, प्रेमलता चौरड़िया ने अपनी प्रस्तुति देते हुए दीक्षार्थी के प्रति मंगलभावनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए प्रेम बोथरा ने दीक्षार्थी का जीवन परिचय दिया। तेरापंथ युवक परिषद के रोहित बैद और कन्या मंडल की योगिता भूरा ने अपने विचार व्यक्त किए।
मंगल भावना समारोह से पूर्व प्रातः 7:30 बजे दीक्षार्थी समता बोथरा के घर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमें तेरापंथी सभा, महिला मंडल, युवक परिषद, किशोर मंडल, कन्या मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ सैकड़ों श्रावक श्राविकाएं शामिल हुए। शोभायात्रा शिवा बस्ती से प्रारंभ होकर पुराना बस स्टैंड, बोथरा चौक, गांधी चौक, महाप्रज्ञ चौक, सुराणा मोहल्ला, महावीर चौक, तेरापंथ भवन होते हुए शांतिनिकेतन में पहुंची। तेरापंथ भवन में मुमुक्षु समता ने मुनि श्री श्रेयांशकुमार जी से मंगल पाठ श्रवण किया।