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बीकानेर पारीक चोक स्थित भागवत बासा भवन मे नो दिवसीय गुप्त नवरात्र का शुभारंभ बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज और संत मनुजी महाराज के द्वारा”पर्यावरण शुद्धिकरण हितार्थ शुभारंभ हुआ. …जिसमे पहले दिवस गणेश पूजन सोङषोपचार पंचोपचार पूजन के साथ देवपुजन एव कलश पूजन किया गया..तत्पश्चात बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज द्वारा”पर्यावरण संरक्षण संदेश के साथ दुसरे दिवस मां ब्रह्मचारिणी की पुजा स्तवन किया गया… नित्य हवनअनुष्ठान मे मां गायत्री कवच जाप ओर मां इन्द्राक्षी कवच और बीज मंत्र से नित्य 1000 आहुति से हवन किया जा रहा हे.. बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज ने बताया कि ब्रह्मचारिणी का अर्थ हे तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली। देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है …और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं।पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था…और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात्‌ ब्रह्मचारिणी नाम पङा। माता ने एक हजार वर्ष तक केवल फल-फूल खाकर बिताए.और सौ वर्षों तक केवल जमीन पर रहकर शाक पर निर्वाह किया।..कुछ दिनों तक कठिन उपवास रखे..और खुले आकाश के नीचे वर्षा और धूप के घोर कष्ट सहे। तीन हजार वर्षों तक टूटे हुए बिल्व पत्र खाए..और भगवान शंकर की आराधना करती रहीं। इसके बाद तो उन्होंने सूखे बिल्व पत्र खाना भी छोड़ दिए। कई हजार वर्षों तक निर्जल और निराहार रह कर तपस्या करती रहीं। जिससे मां ब्रह्मचारिणी का शरीर क्षीण हो गया…और उनका नाम अपर्णा भी पङा.. उपरोक्त जानकारी संस्थान संरक्षक सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हरिकिशन नागल श्रीकिसन सुथार और पं नितेश आसदेव द्वारा दी गयी…नागल ने बताया कि हवन अनुष्ठान के पश्चात बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज द्वारा”एक लाख पौधावितरण अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संवर्धन संरक्षण संदेश के साथ नित्य पोधवितरण भी किया जाता हे…..पौधवितरण अभियान पौधवितरण सहयोगी संत पदमाराम दुलाराम कुलरिया’ परिवार के उधोगपति भामाशाह कानाराम शंकर धर्म कुलरिया’ओर भंवर नरसी पुनम कुलरिया’ओर भामाशाह नवरत्न कुलदीप धामु,भामाशाह रामलाल श्रवण कुमार आसदेव कॉन्ट्रेक्टर रामप्रताप कुंदनराम लक्ष्मणराम नवरत्न आसदेव उधोग पति नीरज दुर्गेश्वर बंगलोर हरिराम भद्रेचा भामाशाह और राधेश्याम धामु बाणेर उधोग पति रावतमल खेतान भामाशाह कानाराम मामराज गणेशाराम राम मांङण उपनी उधोगपति हीरालाल कुलरिया पुणे हनुमान प्रसाद प्रकाश जोधयासी पुणे उधोग पति मुरली मनोहर हर्षवाल राधेश्याम धामु बाणेर थानमल भाटिया भंवरलाल जगदीश जांगिङ रामचंद्र लद्रेचा रावतमल खेतान तेजाराम मरोठवाल जगदीश जांगिङ मेघाराम मगनीराम उस्तवाल प्रदीप माकङ देवीलाल पङवा जगदीश जेठाराम बेगङ बंगलोर नितेश आसदेव दिव्यांस मोदी शेखर भाटी श्याम जयंत पारीक नितेश आसदेव एवं संस्थान संरक्षिका सीमा पुरोहित आदि के सेवाश्रम ओर सहयोग से पौधवितरण सेवाकार्य अभियान जारी रहेगा..

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