Trending Now












बीकानेर,शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला तथा ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को राजकीय महाविद्यालय गंगाशहर के शुभारंभ समारोह में शिरकत की।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि गंगाशहर भीनासर क्षेत्र में नया कॉलेज खुलने से यहां के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय नागरिकों द्वारा यहां महाविद्यालय खोले जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी, मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इसे पूरा करते हुए क्षेत्रवासियों को सौगात दी है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के लिए जमीन आवंटित हो चुकी है तथा भवन निर्माण के लिए साढ़े चार करोड़ रुपए की स्वीकृति भी राज्य सरकार द्वारा जारी कर दी गई है। शीघ्र ही इसका शिलान्यास किया जाएगा। नए सत्र से अस्थाई तौर पर कक्षाएं भी प्रारंभ कर दी जाएंगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीकानेर को एजुकेशन हब के रूप में विशेष पहचान मिली है। यहां पांच विश्वविद्यालय और अनेक महाविद्यालय हैं। वहीं गत वर्ष बजट में डेयरी साइंस, आयुर्वेद और पब्लिक हेल्थ कॉलेज भी स्वीकृत करवाए गए। उन्होंने कहा कि बीकानेर के युवा आईपीएस और आईएएस जैसी स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी सफलता हासिल करें, इसके लिए कोचिंग कक्षाएं प्रारंभ की जाए। उन्होंने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के बारे में बताया।
ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि वर्ष 2018 तक प्रदेश में 230 कॉलेज थे, जो अब बढ़कर लगभग 500 हो गए हैं। इनमें बालिका शिक्षा के महाविद्यालय भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में नए महाविद्यालय खोले हैं। इससे उच्च शिक्षा के अवसर बड़े हैं। उन्होंने कहा कि गंगाशहर उपनगर का यह कॉलेज युवाओं के लिए अत्यधिक लाभदायक सिद्ध होगा।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों और नवाचारों के बारे में बताया। कॉलेज के नोडल प्राचार्य डॉ. इंद्रसिंह राजपुरोहित ने स्वागत उद्बोधन दिया और कहा कि शीघ्र ही प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। समाजसेवी हंसराज डागा ने महाविद्यालय का नामकरण आचार्य तुलसी के नाम से करने की बात कही।
इस दौरान नोडल अधिकारी डॉ. देवेश खंडेलवाल तथा त्रिलोकीनाथ कल्ला बतौर अतिथि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के अतिरिक्त कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा, गिरिराज खेरीवाल, खेताराम चौधरी, गिरिराज सेवग, बसंत नवलखा, प्रकाश पुगलिया, सोहनलाल चौधरी, डॉ. अनंत नारायण जोशी, प्रकाश सा, डॉ. राकेश हर्ष, प्रकाश पुगलिया, जतन लाल दुग्ग्गड सहित अनेक लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र पुरोहित ने किया।

Author