बीकानेर,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जयपुर में आयोजित राजस्थान किसान महोत्सव के दौरान जिले के 1 हजार 669 पशुपालकों के बैंक खातों में 7 करोड़ 33 लाख रुपए हस्तान्तरित किए। यह राशि लंपी से मृत 1 हजार 833 दुधारू पशुओं के पालकों को मुआवजे के रूप में दी गई है।
रवींद्र रंगमंच पर आयोजित जिला स्तरीय समारोह के दौरान मुआवजा राशि का एसएमएस आते ही लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि सरकार की संवेदनशील पहल की बदौलत पशुपालकों को संबल मिला है। अब इस राशि से पुनः गाय खरीद सकेंगे तथा इससे उनके परिवार की अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर आ जाएगी।
कार्यक्रम में केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत, संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, अंबेडकर फाउंडेशन के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल, जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, यूआईटी के पूर्व चेयरमैन मकसूद अहमद, देशनोक नगर पालिका चेयरमैन ओमप्रकाश मूंधड़ा, केसराराम गोदारा, राहुल जादूसंगत, मनोज किराडू, डॉ मिर्जा हैदर बेग सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।
*इतने पशुपालकों को मिली सब्सिडी*
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ वीरेंद्र नेत्रा ने बताया कि बीकानेर शहर व ग्रामीण में 181 पशुपालक, बज्जू में 104, छतरगढ़ में 340, देशनोक में 105, श्री डूंगरगढ़ में 97, खाजूवाला में 102, लूणकरणसर में 273, कोलायत में 106, नोखा में 338, पूगल में 23 सहित कुल 1 हजार 669 पशुपालकों को सब्सिडी दी गई है। उपनिदेशक डॉ. राजेश हर्ष ने बताया कि लगभग छह सौ पशुपालकों ने जिला स्तरीय समारोह में भागीदारी निभाई। सभी को लाने-ले जाने के लिए विभाग स्तर पर व्यवस्था की गई।
*क्लिक के साथ आई राशि*
मुख्यमंत्री ने जयपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जैसे ही टेबलेट पर क्लिक के माध्यम से राशि हस्तांतरित की, रविंद्र रंगमंच में बैठे पशुपालकों के मोबाइल पर राशि के एसएमएस प्राप्त हो गए। इस दौरान पिथरासर की लाभार्थी सरस्वती देवी ने बताया कि उनकी गाय को लंपी रोग हो गया था, जिससे गाय मर गई थी। उन्होंने बताया कि वे अपने परिवार का गुजारा गाय का दूध बेचकर करते थे। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुआवजा देकर उन्हें संबल दिया है।
वहीं बीकानेर की रहने वाली विमला देवी व्यास ने बताया कि लंपी में हमारी गाय ग्रसित हो गई थी। हमने डॉक्टर से इलाज भी करवाया, लेकिन एक गाय मर गई। मुख्यमंत्री जी ने 40 हजार मुआवजा दिया है, जिससे हम एक नई गाय खरीदेंगे तथा परिवार का पालन पोषण कर सकेंगे।