बीकानेर,जन कल्याणकारी योजनाओं के दम पर राजस्थान में अपनी सरकार रिपिट करने का दावा कर रही कांग्रेस के मिशन तैतीस में बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट भी शामिल है। पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार मिशन तैतीस में प्रदेश की उन विधानसभा सीटों पर फोकस किया गया है जहां पार्टी को लगातार तीन बार हार का सामना करना पड़ा है। खास बात यह है कि मिशन तैतीस की मॉनिटरिंग सीएम अशोक गहलोत और उनके खास सिपहासालार कर रहे है। मिशन में बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट को टॉप टेन में शामिल किया गया है। जानकारी में रहे कि साल २००८ में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट पर भाजपा की सिद्धी कुमारी तीन कांग्रेसी दिग्गजों डॉ.तनवीर मालावत, गोपाल गहलोत और कन्हैयालाल झंवर को हरा कर जीत का हैट्रिक बना चुकी है। इनमें कन्हैयालाल झंवर ही एक मात्र ऐसे प्रत्याशी रहे जिनकी हार का अंतर सबसे कम रहा । पता चला है कि मिशन तैतीस की लिस्ट में शामिल विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिये इस बार नया फार्मूला अपनाया जायेगा। इस फार्मूलें के तहत कांग्रेस क्षेत्र के प्रभावशाली मंत्री को जीताऊ प्रत्याशी के तौर पर उतार सकती है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा इसके संकेत दे चुके हैं। इसके अलावा पार्टी की ओर से तीन बार आंतरिक सर्वे भी कराया जा चुका है ।
जातीय समीकरण रहेगा फोकस
जानकारी के अनुसार कांग्रेस के मिशन तैतीस में शामिल विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाने के लिये प्रत्याशी चयन में जातीस समीकरण पर खास फोकस रहेगा । प्रत्याशी चयन के लिये जातीय समीकरण के लिहाज से जीताऊ श्रैणी के तीन उम्मीदवारों का पैनल बनाया जायेगा और प्रत्याशी का चयन खुद सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा करेगें । इस सिलसिले में सीएम गहलोत और प्रदेश प्रभारी रंधावा बीकानेर कांग्रेस के करीब एक दर्जन नेताओं से फीडबैक भी ले चुके है ।
सामने आने लगे दावेदारों के नाम
चुनावी सियासी सरगर्मी के बीच बीकानेर पूर्व सीट से दमदार चेहरे को मैदान में उतारने की तैयारी के चलते पार्टी के कई दिग्गज चेहरों ने दावेदारी भी शुरू कर दी है, इनमें खत्री पंजाबी समाज से कांग्रेस वरिष्ठ नेता अरविन्द मिढ्ढा का नाम प्रमुखता से सामने आ चुका है जिन्होने पिछले दिनों बीकानेर दौरे पर प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी काजी निजामुदीन के समक्ष मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश की थी।